नई दिल्ली: देश में लगातार कोरोना ‘डेल्टा’ प्लस वेरिएंट (Delta Variant) का खतरा बना हुआ है। महाराष्ट्र (Maharashtra), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh), केरल (Kerala) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) में डेल्टा वेरिएंट के केस मिलने के बाद चिंता बढ़ा दी है। ANI के मुताबिक, सरकारी सूत्रों ने बताया है कि, डेल्टा प्लस के देश में करीब 40 मामलों सामने आए हैं। ज्यादातर मामले महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, केरल और तमिलनाडु में पाए गए हैं।
लगातार सामने आ रहे डेल्टा केस के चलते स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी एक जारी बत्यान में इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ यानी कोरोना के चिंताजनक वेरिएंट घोषित कर दिया है। इसके साथ ही अब भारत भी उन देशों की लिस्ट में शामिल हो चूका है जहां डेल्टा वेरिएंट के केस मिले हैं। विदित हो कि विश्व के करीब 80 देशों में डेल्टा वेरिएंट के केस मिलने की खबर है।
India reports 40 cases of Delta Plus variant of the novel coronavirus, most of the cases are from Maharashtra, Madhya Pradesh, Kerala and Tamil Nadu. It is still a variant of interest: Government sources
— ANI (@ANI) June 23, 2021
कोरोना वायरस का बेहद संक्रामक स्वरूप ‘डेल्टा’ (Delta) ने अमेरिका में भी चिंता बढ़ा दी है। व्हाइट हाउस (White House) के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची (Dr. Anthony Fauci) ने आगाह किया है कि, डेल्टा कोविड-19 महामारी का सफाया करने के अमेरिका के प्रयासों के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
अमेरिका में सामने आने वाले कोविड-19 के नए मामलों में से 20 फीसदी से अधिक में संक्रमण की वजह डेल्टा स्वरूप है। अमेरिका में एलर्जी एवं संक्रामक रोगों के राष्ट्रीय संस्थान (एनआईएआईडी) के प्रमुख फाउची ने कहा, ‘‘ब्रिटेन में जैसे हालात हैं उसकी तरह ही डेल्टा स्वरूप कोविड-19 का सफाया करने के हमारे प्रयास के लिए सबसे बड़ा खतरा है।”
बता दें कि, ब्रिटेन में यह स्वरूप (डेल्टा) हावी हो चुका है और यहां सबसे पहले सामने आए अल्फा स्वरूप के मुकाबले अधिक फैल चुका है। यहां 90 फीसदी से अधिक नए मामलों की वजह डेल्टा स्वरूप है