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नयी दिल्ली. जहाँ देश में मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए विवादस्पद कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर देश के किसान (Farmers Protest) लामबंद हैं। वहीं आज एक बार फिर सरकार और किसान संगठन एक बार फिर बातचीत के लिए आमने-सामने होंगे। आज दोपहर 2 बजे केंद्र सरकार के मंत्री और आंदोलन कर रहे 40 किसान संगठनों के नेता छठे राउंड की चर्चा करेंगे। वहीं बैठक के पहले BKU किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने साफ़ कहा है कि सरकार कानून वापस नहीं लेगी तो प्रदर्शन भी कभी खत्म नहीं होगा। मोदी सरकार को कानून वापस लेना ही पड़ेगा, संशोधन पर अब कोई बात नहीं बनेगी।

गौरतलब है कि कृषि कानूनों (Agriculture Bill) को पर चल रहे आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार (Government) और किसान संगठनों (Farmer Organizations) के बीच आज महत्वपूर्ण बैठक होने वाली हैं। जिस पर पूरे देश की नजर है। इस बैठक के पहले ही किसानों ने सरकार को दो टुक में कहा है कि बैठक में केवल कानून की वापसी पर बात होगी। विदित हो कि सरकार ने किसानों से कृषि कानूनों पर बात करने के लिए चिट्ठी लिख कर आग्रह किया था, जिसे किसानों ने स्वीकार कर लिया था। रविवार को केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने किसानों आज यानि 30 दिसंबर को विज्ञान भवन में दोपहर को बैठक के लिए बुलाया। 

इधर ANI के साथ आज एक महत्वपूर्ण इंटरव्यू रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि “हम किसानों का बहुत सम्मान करते हैं, वो ही हमारे अन्नदाता हैं। मैं यह भी बता दूँ कि सरकार किसानों के साथ कृषि कानून के हर मसले पर चर्चा करने को तैयार है, नए कानून किसानों की भलाई के लिए हैं। अगर किसी को कोई दिक्कत है तो हमारी सरकार कभी भी चर्चा को तैयार है।” वहीं कांग्रेस नेता राहुल गाँधी पर राजनाथ ने कटाक्ष करते हुए कहा कि, ” मैं खुद किसान परिवार में पैदा हुआ हूँ, ऐसे में मैं, राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से अधिक खेती के बारे में अधिक ही जनता हूँ । हमने कृषि कानूनों को किसानों की भलाई के लिए लाया है। पर कुछ राजनीतिक पार्टियाँ इसको लेकर भी राजनीति कर रही हैं।”