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नागापट्टिनम: आज यानी शनिवार 14 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और श्रीलंका के बीच नौका सेवा की शुरुआत अब से कुछ देर पहले की है। इस ख़ास मौके पर केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग तथा आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज तमिलनाडु के नागापट्टिनम और श्रीलंका के कांकेसंतुराई के बीच फेरी सेवा को हरी झंडी दिखाई। विदेश मंत्री डॉ। एस जयशंकरभी  इस कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। इस योजना पर पहली बार विचार किए जाने और दोनों देशों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के लगभग 12 साल बाद आज इस सेवा की शुरुआत की जा रही है।

क्या कहा PM मोदी ने 
इस मौके पर आज PM मोदी ने कहा कि हम भारत और श्रीलंका के बीच राजनयिक और आर्थिक संबंधों में एक नए अध्याय की शानदार शुरुआत कर रहे हैं।आज उन्होंने कहा कि ये फेरी सेवा नागापट्टिनम और कांकेसंतुराई के बीच शुरू हुई है और यह भारत-श्रीलंका हमारे संबंधों को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। भारत और श्रीलंका संस्कृति, वाणिज्य और सभ्यता का गहरा इतिहास साझा करते हैं और अब दोनों में आर्थिक साझेदारी भी बढ़ेगी।

साल 1982 में बंद हुई थी नौका सेवा 
इस योजना के तहत नागपट्टिनम से श्रीलंका तक यात्री जहाज परिवहन चालू हुआ है। अब नागपट्टिनम से जाफना तक यात्रा करते समय वेदारण्यम, वेलंकन्नी एवं कुछ दूसरे स्थानों को भी यात्री देख सकते हैं। जब्न्कारी दें कि तमिलनाडु में रामेश्वरम और उत्तरी श्रीलंका में तलाईमन्नार के बीच यह यात्री जहाज सेवा साल 1982 में गृहयुद्ध छिड़ जाने के बाद निलंबित कर दी गई थी। वहीं अब इस सेवा को फिर से श्रीलंका के आज से शुरू किया जा रहा है। आज से लगभग 50 साल पहले भी इसी तरह का यात्री जहाज परिवहन सेवा मलेशिया एवं सिंगापुर तक चालू किया गया था।

कितना होगा यात्रा शुल्क 
जानकारी दें कि श्रीलंका जाने के लिए टिकट शुल्क पहले 7670 रुपये प्रति व्यक्ति (6500 रुपये + 18% जीएसटी) तय किया है। वहीं  नागापट्टिनम शिपिंग हार्बर विभाग के अधिकारियों ने बीते गुरुवार को कहा था कि उन्होंने 2800 रुपये (2375 रुपये +18% जीएसटी) का शुल्क तय किया है। दरअसल यह शुल्क आज यानी 14 अक्टूबर को सिर्फ एक दिन को नौका पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक उद्घाटन प्रस्ताव के रूप में रखा गया है। यह किराया सिर्फ आज के लिए मौजूदा कीमत से 75% कम है।