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नई दिल्ली. जहां एक तरफ हिमाचल (Himachal Pradesh) में मानसून फिर एक्टिव (Monsoon Active) हो रहा है। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने अगले चार दिन के लिए अब यलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में कल व परसो ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान है। वहीं प्रदेश में 9 अगस्त तक मौसम खराब रहने की संभावना है।

इधर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यह साफ़ कहा है कि, हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से बीते 41 दिनों के दौरान लगभग 200 बारिश से संबंधित मौतें हुईं और 31 लोग लापता हुआ हैं. वहीं 199 मौतों में से 57 मौतें लैंडस्लाइड और बाढ़ के कारण हुईं, जबकि 142 लोगों की मौत मानसून अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के चलते हुई.

वहीं अब IMD के इस पूर्वानुमान ने उन लोगों को चिंता में डाल दिया है, जिनके घरों को भारी बारिश, बादल फटने, लैंडस्लाइड व जमीन धंसने से नुकसान हुआ है। वहीं स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट आथोरिटी (SDMA) के अनुसार अब 7350 घरों को भारी बारिश, लैंडस्लाइड व बाढ़ से नुकसान हुआ है। इसके सतह ही कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई है। कुछ घर पूरी तरह से टूट गए है। इससे दोबारा भारी बारिश की चेतावनी ने लोगों को अब भारी दहशत में डाल दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक 774 घर जमीदोंज हुआ हैं। इसी तरह 254 दुकानें, 2237 गौशालाएं भी तबाह हुई हैं। इसके साथ ही सैकड़ों लोग बेघर हुए हैं। वहीं प्रदेश में अब तक लैंड स्लाइड की 76 बड़ी घटनाएं और फ्लैश फ्लड की 53 घटनाएं अब आम हो चुकी हैं।

देखा जाए तो प्रदेश में जुलाई की जबरदस्त बारिश ने कई सालों के रिकॉर्ड भी तोड़ दिए हैं। यहां बीते 1 से 31 जुलाई तक 255.9 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन इस बार 437.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है, जो नॉर्मल से 71% ज्यादा है। वहीं साल 2010 के बाद प्रदेश में इतनी बारिश कभी नहीं हुई है। हालांकि 1901 से लेकर अब तक यानी 123 सालों का यह सातवां रिकॉर्ड रेनफॉल प्रदेश में हुआ है।