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मार्कोस कमांडो ने बचाई 15 भारतीयों की जान

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नई दिल्ली: जहां एक तरफ भारतीय नौसेना (Indian Navy) के ‘खूंखार और हिम्मती’ मार्कोस कमांडो 9Marcos Commando) ने बीते शुक्रवार को अरब सागर में सोमालिया तट के करीब फंसे एमवी लीला नॉरफॉक जहाज को सफलतापूर्वक रिहा करा लिया। इस जहाज पर 21 लोग सवार थे। इसमें 15 भारतीय थे।

लाइबेरियाई झंडे वाला जहाज ब्राजील से बहरीन की तरफ जा रहा था। लेकिन अपनी बेहतरीन टीम वर्क और सुझबुझ से मार्कोस कमांडो ने सभी लोगों की जान बचा ली। वहीं इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन का एक विडियो भी अब सामने आया है।  

जानकारी दें कि इस जहाज को सोमालिया तट से करीब 300 मील दूर अगवा कर लिया गया था। लेकिन जैसे ही इंडियन नेवी के मार्कोस कमांडो जहाज को छुड़ाने पहुंचे तो जहाज पर कोई भी नहीं था। नौसेना ने बताया कि हो सकता है कि मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट से मिली चेतावनी के बाद समुद्री लुटेरे ने डर के मारे अपनी प्लानिंग छोड़ दी हो। ऐसे में आइए जानते हैं पूरी घटना को और मार्कोस कमांडोज की दिलेरी को।

ऐसे मिली जहाज के अगवा कर लेने की सूचना

दरअसल बीते गुरुवार यानी 4 जनवरी को जहाज के अपहरण कर लेने की खबर सामने आई। लाइबेरियाई झंडे वाला यह जहाज ब्राजील से बहरीन जा रहा था। जहाज के अगवा कर लेने की खबर पहले तो यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशन्स पोर्टल (UKMTO) पर भेजी गई थी। इसमें कहा गया कि पांच से छह हथियारबंद लोग जहाज पर चढ़ गए हैं। इसके बाद ये खबर फिर इंडियन नेवी को दी गई।

भारतीय नौसेना की तुरंत की कार्रवाई

जैसे ही यह खबर भारतीय नौसेना को मिली। नेवी  ने इस पर तुरंत कार्रवाई शुरू करते हुए युद्धपोत INS चेन्नई, समुद्री गश्ती विमान पी-8आई और लंबी दूरी के प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन को जहाज की सहायता के लिए तैनात कर दिया गया। वहीं फिर INS चेन्नई ने बीते 5 जनवरी दोपहर 3:15 बजे इस जहाज को इंटरसेप्ट कर लिया था। इसके बाद INS चैन्नई पर तैनात मार्कोस कमांडो ने जहाज की जांच शुरू कर दी।

जहाज से सभी अपहरणकर्ता गायब

लेकिन मार्कोस की जांच में जहाज पर कोई भी नहीं मिला। इंडियन नेवी नेने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बताया कि मरीन कमांडोज ने सभी 15 भारतीय समते सभी 21 सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया। वहीं इस जहाज की तलाशी के दौरान कोई नहीं मिला। मार्कोस कमांडो ने समुद्री लुटेरों के चंगुल से इस जहाज को बचाने और इस पूरे ऑपरेशन के 3 वीडियोज भी जारी किए हैं।

कौन है मार्कोस कमांडो 

जानकारी दें कि मार्कोस कमांडो का गठन साल 1987 में किया गया था। हालाँकि पहले मार्कोस कमांडो को इंडियन मैरीटाइम स्पेशल फोर्स के नाम से जाना जाता था। फिर बाद में इसे इन्हे मैरीटाइम कमांडो फोर्स के नाम से जाना जाने लगा। इन कमांडोज को दरअसल नेवी ऑपरेशन और एंटी पायरेसी ऑपरेशन में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया था। आज इन्हें भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर और खतरनाक फोर्सेस में गिना जाता है। जानकारी दें कि मार्कोस कमांडोज पानी के अन्दर एक से एक बड़े ऑपरेशन्स को अंजाम दे सकती है। फिलहाल नेवी के पास 1100 से ज्यादा मार्कोस कमांडो हैं।