भारत और ब्रिटेन ने सामरिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर की चर्चा

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    नयी दिल्ली. विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister Dr S Jaishankar) और ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस (UK Foreign Secretary Elizabeth Truss) ने शुक्रवार को आधारभूत ढांचा निवेश तथा रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग सहित विविध क्षेत्रों में व्यापक चर्चा की। भारत की दो दिवसीय यात्रा पर आई ट्रूस ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sithraman) तथा पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) के साथ बैठकें की ।

    ट्रूस की यात्रा पर ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा जारी बयान के अनुसार, ट्रूस दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं को बढ़ावा देने और विकसशील देशों को एक स्वच्छ एवं स्थायी माहौल प्रदान करने के लिए भारत के साथ आर्थिक एवं तकनीकी समझौतों की एक श्रृंखला की घोषणा कर सकती हैं ।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जानसन के बीच डिजिटल शिखर बैठक के बाद भारत और ब्रिटेन ने रक्षा, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवा सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग के लिये 10 वर्षो का खाका पेश किया था । दोनों देशों ने बेहतर कारोबारी गठबंधन की घोषणा की थी जिसमें समग्र एवं संतुलित मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) सहिम अंतरिम कारोबारी समझौता के बारे में वार्ता करने पर सहमति शामिल है।

    भारत यात्रा से पहले ट्रूस ने कहा, “मैं चाहती हूं कि ब्रिटेन और भारत प्रौद्योगिकी, निवेश, सुरक्षा और रक्षा सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ायें। भारत दुनिया का सबसे लोकतांत्रिक देश है तथा प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक शक्ति केंद्र एवं ब्रिटेन का एक महत्वपूर्ण सामरिक सहयोगी है।”

    उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी एवं आधारभूत ढांचा जैसे क्षेत्रों में करीबी संबंध दोनों देशों में रोजगार एवं विकास में मदद करेंगे तथा विकासशील विश्व अर्थव्यवस्थाओं को गति प्रदान करेंगे एवं वैश्विक स्तर पर हमारे मूल्यों को प्रोत्साहित करेंगे।”

    इससे पहले ट्रूस ने ट्वीट कर कहा कि विदेश मंत्री के तौर पर दिल्ली की पहली यात्रा के दौरान मैं हमारे गठबंधन को गति देने के रास्तों के बारे में मित्र भारत के साथ चर्चा करूंगी । (एजेंसी)