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    नई दिल्ली. एक बड़ी खबर के अनुसार देश में अब एक बार फिर से राफेल विमानों (Rafale Fighter Plane) का मुद्दा गरमाने लगा है और इसका कारण है इंडोनेशिया (Indonesia)। जी हाँ, अब इंडोनेशिया ने भी फ़्रांस (France) से 8.1 बिलियन डॉलर में 42 राफेल लड़ाकू जेट की डील फाइनल की है जिसकी जानकारी फ़्रांस के रक्षा मंत्री ने बीते 10 फरवरी को दी।

    ऐसे में भारत (India) के बाद इंडोनेशिया दूसरा देश बन गया है जिसने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित जेट पर भरोसा जताया है। हालाँकि भारत ने वर्ष 2016 में केवल 32 विमान 8.7 अरब डॉलर में खरीदे थे। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि भारत ने इंडोनेशिया से अधिक दाम देकर भी कम लड़ाकू जेट्स खरीदें हैं। विपक्ष भी ऐसे में इसे चुनावी मुद्दा बना सकता है।

    इंडोनेशिया का 42 विमानों का है सौदा

    गौरतलब है कि बीते गुरुवार को फ़्रांस के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि, ” दोनों देशों ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। पहले चरण में अगले कुछ माह के दौरान जकार्ता को 6 राफेल सौंपे जाएंगे और बाकी के 36 विमान अगले दौर में हस्तांतरित होंगे। इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत तक राफेल की पूरी खेप भी इंडोनेशिया को मिल जाएगी।”

    भारत को मिले अब तक 26 विमान 

    बता दें कि भारत ने भी साल 2016 में राफेल लड़ाकू विमानों के लिए फ़्रांस के साथ सौदा किया था। भारत में राफेल विमानों की पहली खेप 29 जुलाई 202 को भारत पहुंचा था। वहीं अब तक कुल 26 राफेल विमान भारत को मिल चुके हैं और बाकी की आपूर्ति इसी वर्ष पूरी कर दी जाएगी।

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    2019 के आम चुनावों में बना था मुद्दा

    पता हो कि, राफेल विमानों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते 2019 के आम चुनावों में इसे एक बड़ा मुद्दा बनाया था, परंतु तब ये मुद्दा चुनावों में उन्हें जीत दिलाने में बिल्कुल भी सफल नहीं रहा। बाद में ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा था। इस बाबत तत्कालीन CJI रंजन गोगोई की बेंच ने याचिका को खारिज कर केंद्र कि मोदी सरकार को इस मामले में अपनी तरफ से क्लीन चिट दे दी थी।

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    ऐसी है राफेल विमान की क्षमता

    गौरतलब है कि हवा से हवा में मार करने वाली यह मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और हैमर मिसाइल पहले ही शामिल किये जा चुके हैं। इसके खास बात ये भी है कि ये विमान रडार को चकमा देकर बच निकलने में भी पूरी तरह से सक्षम है और एंड टाइम पर टारगेट को साधने में भी यह माहिर और अव्वल है।