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    नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development) ने वैश्विक भुखमरी सूचकांक (Global Hunger Index) की रिपोर्ट पर हैरानी जताते हुए कहा की एजेंसी द्वारा अपने गई पद्धति अवैज्ञानिक है। बता दें कि भारत ग्लोबल हंगर रिपोर्ट 2021 के लिस्ट में नीचे गिरकर 101 स्थान पर चला गया है।
     
    महिला और बाल विकास मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार कहा गया है कि, ‘यह चौंकाने वाला है कि ग्लोबल हंगर रिपोर्ट 20201 ने एफएओ के कुपोषित आबादी के अनुपात के अनुमान के आधार पर भारत के रैंक को नीचे कर दिया है, जो जमीनी हकीकत और तथ्यों से परे है। इससे इस रिपोर्ट के लिए इस्तेमाल पद्धति पर सवाल खड़े होते हैं। ग्लोबल हंगर रिपोर्ट तैयार करने वाली कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगर हिल्फ एजेंसियों ने रिपोर्ट जारी करने से पहले अपना उचित परिश्रम नहीं किया है।’

    Shocking to find that Global Hunger Report 2021 has lowered rank of India on basis of FAO estimate on proportion of undernourished population, which is found to be devoid of ground reality& facts&suffers from serious methodological issues: Women & Child Development Ministry (1/2) pic.twitter.com/VCMzjBs1vS

    — ANI (@ANI) October 15, 2021

    बता दें कि  वैश्विक भुखमरी सूचकांक 2021 की सूची में भारत पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से भी पीछे हैं। इससे पहले साल 2020 में भारत 94वें स्थान पर था। यह रिपोर्ट आयरलैंड की सहायता एजेंसी कन्सर्न वर्ल्डवाइड और जर्मनी के संगठन वेल्ड हंगर हिल्फ ने मिलकर तैयार की है। इस रिपोर्ट में भारत में भूख के स्तर को चिंताजनक बताया है।
     
    भूख और कुपोषण पर नजर रखने वाले संगठन ग्लोबल हंगर इंडेक्स (जीएचआई) की वेबसाइट पर गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि इस सूची में पांच से कम जीएचआई स्कोर के साथ चीन, ब्राजील और कुवैत समेत 18 देश शीर्ष स्थान पर हैं।
     
    बता दें कि 2020 में इस सूची में 107 देश थे और भारत 94वें स्थान पर था। अब इस सूची में 116 देश हो गए हैं, तो भारत 101वें स्थान पर आ गया है। भारत का जीएचआई स्कोर 2000 में 38.8 था, जो 2012 से 2021 में 28.8 से 27.5 के बीच रहा। 
     
    भारत के पड़ोसी देशों की ग्लोबल हंगर इंडेक्स में स्थिति की बात करें तो नेपाल 76वें स्थान पर है। वहीं, बांग्लादेश 76वें स्थान पर, म्यांमार 71वें स्थान पर और पाकिस्तान 92वें स्थान पर हैं। रिपोर्ट में इन देशों में भी भूख की स्थिति को चिंताजनक करार दिया गया है, लेकिन यह भी कहा गया है भारत के मुकाबले यह देश अपने नागरिकों की भूख मिटाने में कहीं अधिक बेहतर स्थिति में हैं।