नई दिल्ली: 19 नवंबर 1917 के दिन भारत को एक ऐसी शख्सियत मिली जिनका नाम आज भी लोगों के जुबान पर है। आज यानी 19 नवंबर को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी उनका जन्मदिन है। आयरन लेडी के नाम से जाने जानी वाली इंदिरा गांधी एक सशक्त व्यक्तित्व थी। जिन्होंने देश के आज़ादी के लिए बहुत से महत्वपूर्ण कार्य किये है।
देश के लिए उन्होंने दिया हुआ योगदान बहुत अनमोल है। राजनीतिक दूरदृष्टि रखने वाली इंदिरा गांधी ने निडर होकर अपने देश का महत्वपूर्ण पदभार यानी प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली। आज उनके जयंती के अवसर पर उनसे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी आपको देने जा रहे है। आइए जानते है…..
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था। उनके पिता जवाहरलाल नेहरू आज़ादी की लड़ाई का नेतृत्व करने वाले में शामिल थे। इंदिरा गांधी ने पिता जवाहरलाल नेहरू से राजनीति के पाठ पड़ें। इंदिरा गांधी ने मात्र 11 साल की उम्र में ब्रिटिश शासन का विरोध करने के लिए बच्चों की वानर सेना बनाई।
1938 में वह औपचारिक तौर पर इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुईं और 1947 से 1964 तक अपने प्रधानमंत्री पिता नेहरू के साथ उन्होंने काम करना शुरू कर दिया। ऐसा भी कहा जाता था कि वह उस वक्त प्रधानमंत्री नेहरू की निजी सचिव की तरह काम करती थीं, हालांकि इसका कोई आधिकारिक ब्यौरा नहीं मिलता।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को राजनीति विरासत में मिली थी और ऐसे में सियासी उतार-चढ़ाव को वह बखूबी समझती थीं। यही वजह रही कि उनके सामने न सिर्फ देश, बल्कि विदेश के नेता भी झुकने लगते थे। पिता के निधन के बाद कांग्रेस पार्टी में इंदिरा गांधी का ग्राफ अचानक काफी ऊपर पहुंचा और लोग उनमें पार्टी एवं देश का नेता देखने लगे।
वह सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं। शास्त्री जी के निधन के बाद 1966 में वह देश के सबसे शक्तिशाली पद ‘प्रधानमंत्री’ पर आसीन हुईं।