
इंफाल: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा (Himanta Vishwa Sharma) ने शनिवार को मणिपुर (Manipur) के अपने समकक्ष एन बीरेन सिंह से मणिपुर की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की। मणिपुर में जातीय संघर्ष शुरू होने के एक महीने बाद भी छिटपुट हिंसा जारी है। राज्य में तीन मई से जारी हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हुई है। कुल 37,450 लोग वर्तमान में 272 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं।
सरमा इस बैठक के लिए शनिवार सुबह गुवाहाटी से रवाना हुए। सूत्रों ने बताया कि असम के मुख्यमंत्री दिल्ली से एक संदेश लेकर पहुंचे हैं क्योंकि सभी पक्ष राज्य में जातीय हिंसा का समाधान तलाशने के लिए काम कर रहे हैं। बैठक के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया गया। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद हिंसक झड़पें शुरू हो गई थीं।
मेइती मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं। जनजातीय नगा और कुकी राज्य की जनसंख्या का 40 प्रतिशत हिस्सा हैं और पर्वतीय जिलों में निवास करते हैं।(एजेन्सी)