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नई दिल्ली: भारत में साल 20222-23 में आई आपदा (Disaster) से किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। हाइड्रोमेटोरोलॉजिकल आपदाओं (hydrometeorological disasters) के कारण किसानों को बहुत दर्द झेलना पड़ा है। किसानों के मवेशियों की मौत के साथ साथ लाखों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। इस बात की पुष्टि आज लोकसभा में की गई। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने लोक सभा में बताया कि 2022-23 के दौरान हाइड्रोमेटोरोलॉजिकल आपदाओं के कारण देश में 18,54,901 हेक्टेयर फसलों का नुकसान हुआ है।  

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा (Lok Sabha) में एक लिखित प्रतिनिधि में यह जानकारी देते हुए कहा कि वर्ष 2022-23 के दौरान हाइड्रोमेटोरोलॉजिकल आपदाओं के कारण, 30,615 मवेशियों की मौत हुई। वहीं किसानों के 18,54,901 हेक्टेयर फसलों को नुकसान हुआ है। देश में आये विभिन्न आपदाओं में 1,997 लोगों की मौत हुई। 

बता दें कि एक दिन पहले यानी सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) की अगुवाई में एक बैठक की गई। जिसमें असम, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मेघालय और नागालैंड को 2022 के दौरान आई बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 1,816.162 करोड़ रुपये की अतिरिक्त केंद्रीय सहायता को मंजूरी दी गई।