नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल मार्च में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा लंदन (London) में भारतीय उच्चायोग (Indian high commission) में हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल संदिग्धों की तस्वीरें जारी की है। NIA ने प्रदर्शनों में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने में आम जनता की मदद मांगी है।
एनआईए ने संदिग्धों की तस्वीरें पोस्ट करते हुए एक ट्वीट में कहा, “पहचान/सूचना के लिए अनुरोध। 19.03.23 को ये लोग लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हुए हमले में शामिल थे। उन्होंने गंभीर चोट पहुंचाई और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। अगर किसी के पास उनके बारे में कोई जानकारी है, तो कृपया +917290009373 पर व्हाट्सएप/डीएम करें।”
REQUEST FOR IDENTIFICATION/INFORMATION
On 19.03.23 these persons were involved in an attack on the High Commission of India, London. They caused grievous injury and disrespected the Indian National Flag
If anyone has any information about them, please Whatsapp/DM @+917290009373 pic.twitter.com/Rhy93cFJjA
— NIA India (@NIA_India) June 14, 2023
इससे पहले NIA ने भारतीय उच्चायोग पर हमले के सीसीटीवी फुटेज जारी कर प्रदर्शनों में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने में आम जनता की मदद मांगी थी।
CCTV footage of the 19th March attack by anti-national elements on the High Commission of India in London, UK as released by the National Investigation Agency (NIA).
NIA has appealed to the public to provide information regarding the people seen in the CCTV footage. pic.twitter.com/cU3PVoHwCb
— ANI (@ANI) June 12, 2023
गौरतलब है कि इस साल 19 मार्च को, खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय उच्चायोग पर धावा बोल दिया थाघटना के वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कई प्रदर्शनकारियों को पीले और काले रंग के खालिस्तान झंडे के साथ वारिस पंजाब डी प्रमुख और खालिस्तानी उपदेशक अमृतपाल सिंह की रिहाई की मांग कर रहे हैं। विरोध के दौरान, प्रदर्शनकारियों में से एक ने उच्चायोग कार्यालय की बालकनी पर चढ़कर तिरंगे को नीचे खींच लिया। यूके सरकार ने बाद में इस हमले को “अपमानजनक” और “पूरी तरह से अस्वीकार्य” करार दिया।
19 मार्च की हिंसा का मास्टरमाइंड अवतार सिंह खांडा उर्फ आजाद उर्फ रांझोड़ सिंह बताया जा रहा है, जो नामित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) का स्वयंभू प्रमुख है। उसका मुख्य उद्देश्य भारत के खिलाफ पंजाब और UK, कनाडा, US, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में युवाओं को कट्टरपंथी बनाना है।