नई दिल्ली: एक बड़ी खबर के अनुसार आज गुरुवार 21 मार्च को पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali) के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से पतंजलि की दवाओं के भ्रामक दावों के विषय में बिना शर्त खुद ही माफी मांग ली है। बता दें कि, बालकृष्ण की माफी आगामी 2 अप्रैल को बाबा रामदेव के साथ सुप्रीम कोर्ट में व्यक्तिगत तौर पर पेशी के आदेश के एक दिन बाद दायर किये गये हलफनामे में शामिल है।
Patanjali Ayurved Managing Director Acharya Balkrishna submits unqualified apology over alleged misleading advertisements
Acharya Balkrishna, in an affidavit to Supreme Court, says that he will ensure that such advertisements are not issued in the future and submits that its… pic.twitter.com/jgyl0EsNA9
— ANI (@ANI) March 21, 2024
इस बाबत पतंजलि के MD बालकृष्ण की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश किये गये एक संक्षिप्त हलफनामे में कहा गया है कि उन्हें कंपनी के “अपमानजनक वाक्यों” वाले विज्ञापन पर खेद है। आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट को दिए एक हलफनामे में यह भी कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि, भविष्य में ऐसे विज्ञापन जारी न किए जाएं और उनका उद्देश्य केवल इस देश के नागरिकों को आयुर्वेदिक कंपनी के उत्पादों का उपभोग करके स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
दरअसल बीते 19 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने पतंजलि (Patanjali) के भ्रामक विज्ञापन वाले केस में अवमानना नोटिस जारी किया था। योग गुरु रामदेव (Ramdev) और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण को कोर्ट में पेश होने के आदेश भी दिए गए थे। हालाँकि इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट ने रामदेव को अदालत में बुलाया था।
बीते 27 फ़रवरी, 2024 को हुई एक सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने मधुमेह, बीपी, थायराइड, अस्थमा, ग्लूकोमा और गठिया जैसी बीमारियों से ‘स्थायी राहत, इलाज और उन्मूलन’ का दावा करने वाले पतंजलि के इश्तेहारों को पूरी तरह से भ्रामक करार दिया था और उनपर रोक लगा दी थी।