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बिहार की परिस्थिति को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अलर्ट जारी किया गया है।

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    लखनऊ, RRB NTPC परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच पुलिस के विरोध में छात्रों ने बिहार बंद (Bihar Bandh) का ऐलान किया है। बिहार की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पार्टी समेत पूरे महागठबंधन ने भी छात्रों का समर्थन किया है। बिहार की परिस्थिति को देखते हुए अब उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अलर्ट जारी किया गया है। 

    उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी, आईजी रेंज और एडीजी जोन को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। फ़िलहाल के लिए वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में विशेष चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। एलआईयू व जिलों की सर्विलांस टीम भी एक्टिव कर दी गई हैं। इसके अलावा शांति व्यवस्था भंग करने वालों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि छात्रों से भी लगातार संवाद स्थापित किया जाए। सभी से किसी भी तरह के प्रदर्शन से दूर रहने की अपील की जाए। 

    बता दें कि, कुछ दिनों पहले ही प्रयागराज में छात्रों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने रेलवे ट्रैक को कई घंटों के लिए जाम कर दिया गया था। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। ऐसे में विवाद काफी ज्यादा बढ़ गया। अब RRB NTPC परीक्षा को लेकर बिहार में छात्रों ने बंद का ऐलान किया है, ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।खबरों के मुताबिक,  वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर में विरोध प्रदर्शन किया जा सकता है, ऐसे में इन क्षेत्रों में ज्यादा सख्ती रखी गई है।

    मालूम हो कि, रेलवे की एनटीपीसी (नॉन टेक्निकल पापुलर केटेगरी) भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी को लेकर ये प्रदर्शन किया जा रहा है। बिहार में भी छात्र सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने बुधवार को ट्रेन में आग लगा दी थी।  मंगलवार को छात्रों ने पटना, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, आरा और बक्सर में भी विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया था। 

    छात्रों का आरोप है कि RRB NTPC CBT 2 और Group D CBT 1 परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इसके अलावा छात्रों का कहना है कि बोर्ड की तरफ से ऐन समय पर नियम बदल दिए गए। परिणाम आने के बाद सिर्फ 5 फीसदी छात्रों को ही नौकरी पर लिया गया। छात्रों के अनुसार, असल में ये 20 फीसदी छात्रों को ही नौकरी पर लिया जाना चाहिए था।