प्रतीकात्मक तस्वीर
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    नई दिल्ली: देश में लगातार ओमीक्रॉन का खतरा बढ़ता जा रहा है। इसी बीच आज मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने दो नई वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। साथ ही कोविड की दवा मोलनुपीराविर की गोली को भी मंजूरी मिल गई है। बता दें कि, जो दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है, उसमें से एक वैक्सीन को सीरम इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। यह टिका बच्चों के लिए काफी कारगर बताया जा रहा है। सीरम इंस्टिट्यूट ने एक और वैक्सीन को मंजूर किए जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का शुक्रिया अदा किया है। 

    सीरम इंस्टीट्यूट ने अपने आधिकारिक ट्वीटर पर ट्वीट कर कहा, ‘भारत में COVOVAX के आपातकालीन उपयोग को अनुमति दिए जाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को धन्यवाद। यह एक अत्यधिक प्रभावी वैक्सीन है और COVID-19 के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक बड़ा कदम है।  COVOVAX ब्रांड नाम के तहत SII द्वारा भारत में इस वैक्सीन का निर्माण और विपणन किया गया है। 

    सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने एक बयान में कहा, ‘‘डीसीजीआई द्वारा कोवोवैक्स को मिली मंजूरी से भारत और निम्न तथा मध्यम आय वर्ग के देशों में टीकाकरण के हमारे प्रयासों में मजबूती आएगी। हमें गर्व है कि 90 प्रतिशत असर के साथ हम अत्यधिक प्रभावी प्रोटीन आधारित कोविड-19 वैक्सीन मुहैया करा रहे हैं।” 

    सरकार ने दी दो और वैक्सीन को मंजूरी

    भारत की कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को व्यापक करते हुए केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एसआईआई के कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स’ और बायोलॉजिकल ई कम्पनी के टीके ‘कोर्बेवैक्स’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है। 

     केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोविड-19 संबंधी विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) द्वारा ‘कोवोवैक्स’ और ‘कोर्बेवैक्स’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति देने की सिफारिश किए जाने के एक दिन बाद यह घोषणा की। मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘मुबारक हो भारत। 

    कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई को और मजबूत करते हुए, केन्द्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने एक दिन में तीन स्वीकृति दी हैं… कोवोवैक्स, कोर्बेवैक्स टीके और दवा ‘मोलनुपिराविर’ को कुछ शर्तों के साथ आपात स्थिति में उपयोग की अनुमति दे दी है।” इस मंजूरी के साथ, देश में आपात स्थिति में उपयोग होने वाले कोविड-19 रोधी टीकों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। उन्होंने कहा कि कोवोवैक्स का निर्माण पुणे के ‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ में ही किया जाएगा।