नई दिल्ली: शिवसेना के विधायक दल में टूट के बाद सांसद दल में टूट होने की आशंका जताई जाने लगी है। शिंदे गुट द्वारा आयोजित वर्चुअल बैठक में शिवसेना के 12-14 सांसद शामिल हुए। इस बैठक के बाद शिंदे समर्थक सांसदों ने कहा कि, वह अभी भी भाजपा नीत एनडीए के सहभागी हैं। अरविंद सावंत ने केवल मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
अनिल शिरोले बन सकते हैं नेता सदन
एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद से सांसदों के भी उद्धव का साथ छोड़ने की बात कही जा रही थी। कई भाजपा नेताओं ने इसपर टिप्पणी भी की थी। मिली जानकारी के अनुसार सभी सांसद कल एकनाथ शिंदे के साथ प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। इसी के साथ सभी सांसद लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर अलग गुट की मांग कर सकते हैं। इसी के साथ राहुल शेवाले को लोकसभा में नेता सदन भी बनाया जा सकता है।
2019 में मिलका लड़ा था चुनाव
ज्ञात हो कि, 2019 के लोकसभा चुनाव का मिलकर लड़ा था। जिसमें शिवसेना ने 18 सीट पर जीत मिली थी। हालांकि, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद पर सहमति नहीं बन पाने के कारण उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर महाविकास अघाड़ी की सरकार बनाई थी। इसी के साथ उन्होंने एनडीए से अलग होने का ऐलान भी कर दिया था।
अलग गुट बनाकर करें राजनीति
शिंदे के गुट पर संजय राउत ने हमला बोला है। राउत ने बागियों पर निशाना साधते हुए कहा कि, “बागी जितने भी है उन्हें खुद का गुट अलग बना लेना चाहिए और अलग राजनीति करनी चाहिए।”