चेन्नई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के दक्षिणी जिलों में अभूतपूर्व बाढ़ और बारिश के कारण हुये नुकसान का आकलन करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम (Inter-Ministerial Central Team) बुधवार को प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर सकती है। सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले थे लेकिन अब वह कल दौरा करेंगे।
रिकॉर्ड बारिश ने ढाया कहर
तिरुनेलवेली, तूत्तुक्कुडि, कन्याकुमारी और तेनकासी जिलों में 17 और 18 दिसंबर को हुई रिकॉर्ड बारिश ने क्षेत्र के कई हिस्सों में कहर बरपाया, जिससे 10 लोगों की जान चली गई। कयालपट्टिनम (तूत्तुक्कुडि जिले की एक नगरपालिका) में दो दिनों में सबसे अधिक 1,192 मिलीमीटर, जबकि तिरुच्चेंदूर में 916 मिलीमीटर बारिश हुई।
#WATCH | Tamil Nadu: Several roads in Srivaikuntam were completely flooded as the area received heavy rainfall. pic.twitter.com/WwYIrF44wo
— ANI (@ANI) December 20, 2023
प्रधानमंत्री से अंतरिम राहत की मांग
मुख्यमंत्री स्टालिन ने मंगलवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और प्रभावित जिलों के वास्ते दो हजार करोड़ रुपये की अंतरिम राहत की मांग की। प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात से पहले स्टालिन ने संवाददाताओं से कहा कि वह आज तूत्तुक्कुडि और तिरुनेलवेली जिलों का दौरा करेंगे। हालांकि, मंगलवार रात जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि बुधवार को केंद्रीय टीम के दौरे के कारण प्रभावित जिलों में स्थानीय प्रशासन के मौजूद रहने की उम्मीद है। विज्ञप्ति में कहा गया कि बृहस्पतिवार को उनके तूत्तुक्कुडि जाने की उम्मीद है।
राहत कार्यों में जुटी तीनों सेनाएं
थल सेना, नौसेना, वायु सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल सहित केंद्र और राज्य सरकार की एजेंसियां वर्तमान में राहत और पुनर्वास कार्यों में लगी हुई हैं। बचाव अभियान में 323 नौकाओं के साथ नौ हेलिकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है।इस बीच, दक्षिण रेलवे ने बारिश प्रभावित जिलों में जलभराव के कारण आज 19 ट्रेन रद्द करने की घोषण की, जबकि तिरुनेलवेली यार्ड को ट्रेन आवाजाही के लिए उपयुक्त घोषित किए जाने के बाद यहां से रेल यातायात सामान्य हो गया है।
सबसे अधिक प्रभावित जिले तिरुनेलवेली और तूत्तुक्कुडि में स्थानीय प्रशासन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय कर रहे हैं, जबकि आवासों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में बिजली आपूर्ति एक या दो दिन में पूरी तरह से बहाल होने की उम्मीद है।
(एजेंसी)