अगरतला. त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अतुल देबबर्मा ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने आगामी चुनावों के लिए टिकट से वंचित किए जाने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने खोवाई जिले में अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र कृष्णपुर के लिए एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने कहा, “मैंने त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष को अपना इस्तीफा पहले ही भेज दिया है और भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।”
जाने-माने चिकित्सक देबबर्मा ने कहा, “मैंने दिल्ली में नौकरी छोड़ दी थी। अगर मैंने पिछला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा होता तो मैं अपनी नौकरी जारी रख सकता था। मैं दिल्ली में रहने वाले अपने परिवार से दूर रहकर त्रिपुरा के लोगों के लिए काम कर रहा हूं।”
कृष्णपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा ने स्थानीय आदिवासी नेता विकास देबबर्मा को मैदान में उतारा है। अतुल देबवर्मा ने दावा किया कि पार्टी ने उन्हें यह नहीं बताया कि इस सीट के लिए ‘‘मेरे नाम पर विचार क्यों नहीं किया गया।”
देबबर्मा ने कहा, “इसलिए मैंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कृष्णपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।”
गौरतलब है कि उत्तरी त्रिपुरा के धर्मनगर से भाजपा के चिकित्सक प्रकोष्ठ के प्रभारी तमोजीत नाथ और कई नेताओं ने 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची में अपना नाम नहीं मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी है। (एजेंसी)