नई दिल्ली/हरिद्वार: उत्तराखंड (उत्तराखंड) में बहुत दिनों से चर्चित बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड(Baba Trasem Singh Murder) के आरोपी का मंगलवार को तडके एनकाउंटर (Encounter) हो गया है। जानकारी हो कि, बीते 28 मार्च को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर जघन्य हत्या करने वाले अमरजीत सिंह को उत्तराखंड STF और हरिद्वार पुलिस ने थाना भगवानपुर क्षेत्र में एक खुनी मुठभेड़ में मार गिराया है। वहीं दूसरा आरोपी फिलहाल फरार है और उसकी तलाश में STF और पुलिस जुटी हुई है।
जानकारी दें कि, उत्तराखंड राज्य में 28 मार्च को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को गोली मारकर उनकी सरेआम हत्या कर दी गई थी जिसके बाद आरोपी अमरजीत सिंह और उसका साथी दोनों ही फरार चल रहे थे। वहीं आज यानी मंगलवार 9 अप्रैल की सुबह उत्तराखंड STF और हरिद्वार पुलिस में भगवानपुर क्षेत्र में आरोपियों के साथ मुठभेड़ हो गई जिसमें की अमरजीत सिंह को पुलिस ने ढ़ेर कर दिया। वहीं हत्या का दूसरा आरोपी फरार हो गया। इस बात की जानकारी उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने खुद दी है।
Haridwar, Uttarakhand | An encounter between STF and police, and sharpshooter Amarjit Singh alias Bittu took place between Kaliyar Road and Bhagwanpur in Haridwar in which the main shooter has been killed. More than 16 cases are registered against Amarjit Singh alias Bittu: SSP… https://t.co/fh47pgaRhH
— ANI (@ANI) April 9, 2024
मामले पर मिली खबर के अनुसार हरिद्वार में कलियर रोड और भगवानपुर के बीच STF और पुलिस और शार्पशूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। दरअसल, अमरजीत के बारे में STF को खुफिया टिप मिली थी। तय प्लान के अनुसार जब STF उसे घेरा तो वह भागने के प्रयास में वह गोली चलाने लगा। पुलिस की ओर से भी इस बाबत जवाबी कार्रवाई हुई जिसमें मुख्य शूटर अमरजीत मारा गया है। पुलिस के अनुसार अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के खिलाफ पहले से ही 16 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। उसकी तलाशी बाबा तरसेम सिंह मर्डर केस में भी चल रही थी। बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद गठित STF टीम के निशाने पर भी आ गया था।
बताते चलें कि, उत्तराखंड राज्य में बीते 28 मार्च को श्री नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को सरीम आम तडके गोली मारकर उनकी बेहद निर्ममता से हत्या कर दी गई थी जिसके बाद आरोपी अमरजीत सिंह और उसका साथी फरार चल रहे थे। इस बाबत उत्तराखंड DGP अभिनव कुमार ने बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड को गंभीर करार देते हुए कहा कि प्रदेश में इस प्रकार के अपराध करने वालों का कोई स्थान नहीं है। ऐसे जघन्य अपराध करने वाले अपराधियों से पुलिस इसी तरह सख्ती से निपटेगी।