नई दिल्ली. उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) के बाद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) पर कानून का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) द्वारा एक बार फिर से गुजरात की साबरमती जेल से प्रयागराज ले जाया जा रहा है। लेकिन बीच रास्ते में ही पुलिस के काफिले की एक गाड़ी खराब हो गई। ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या गैंगस्टर विकास दुबे की तरह अतीक का भी एनकाउंटर कर दिया जाएगा? अतीक ने भी जान का खतरा बताया है।
अतीक अहमद को साबरमती (Sabarmati) जेल से प्रयागराज ले जाने के लिए यूपी पुलिस साबरमती जेल वारंट लेकर पहुंची थी। जिसके बाद पुलिस अतीक को लेकर यूपी के लिए रवाना हो गई है। लेकिन बीच रास्ते में ही पुलिस के काफिले की एक गाडी खराब हो गई। गाडी का क्लच ख़राब हो गया है। पिछले एक घंटे से भी ज्यादा समय से गाड़ी ठीक करने का काम चल रहा है। इस गाड़ी को बिछीवाड़ा पुलिस थाने रोका गया है। दूसरी गाड़ी आने के बाद ही यह काफिला आगे बढ़ेगा।
अतीक को बड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाया जा रहा है। उसे बायोमैट्रिक लॉक वाली पुलिस वैन में रखा गया है, जिसका एक्सेस चुनिंदा पुलिसकर्मियों के पास है। साथ ही पुलिसकर्मियों के बॉडी पर कैमरा लगा हुआ है। उधर, अतीक को अपनी मौत का डर सता रहा है। उसने पुलिस की गाड़ी में बैठते ही कहा, “इनकी नीयत ठीक नहीं है ये मुझे मारना चाहते हैं।”
बता दें कि हत्या के मामले में कोर्ट की सहमति के बाद पुलिस (UP police) उसे प्रोडक्शन वारंट के तहत प्रयागराज ले जा रही है। जानकारी के मुताबिक अतीक अहमद को उमेश पाल हत्याकांड केस में पूछताछ के लिए प्रयागराज लेकर आएगी। इस मामले में प्रयागराज पुलिस ने पहले ही कोर्ट से ‘बी वारंट’ हासिल कर लिया था। इस वारंट पर कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई थी।
गौरतलब है कि अतीक अहमद 2005 में तत्कालीन बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी है। उसके खिलाफ उमेश पाल की हत्या के मामले में हाल ही में मुकदमा दर्ज किया गया था। उमेश पाल, राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। 24 फरवरी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।