
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President JP Nadda) के कार्यकाल के विस्तार की अटकलों के बीच, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने सोमवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (BJP’s national executive meeting) के पहले दिन राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई है।
राजधानी स्थित नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि, “आज बैठक के दौरान विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जी20 और विधानसभा चुनावों पर विपक्ष की अपमानजनक टिप्पणी पर चर्चा शामिल थी।”
उन्होंने कहा, “आज एक ब्रीफिंग आयोजित की गई है कि त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय और कर्नाटक सहित 4 राज्यों की गतिविधियां कैसे आगे बढ़ रही हैं।”
On being asked whether any discussions were held on the extension of BJP national president JP Nadda's tenure at the national executive meeting today, Union Finance Minister Nirmala Sitharaman said "No discussion was held on that" pic.twitter.com/fDjRCvUtin
— ANI (@ANI) January 16, 2023
वित्त मंत्री ने नड्डा के कार्यकाल विस्तार को लेकर कहा, “इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। आज राजनीतिक प्रस्ताव पर चर्चा हुई है।” उन्होंने कहा, “इस साल के एनईसी के प्रस्ताव में पेश किए गए 9 बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई है। पहली चर्चा इस बात पर थी कि कैसे विपक्षी दल पीएम मोदी जी पर हमला करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।”
बता दें कि नड्डा का पार्टी प्रमुख के रूप में तीन साल का कार्यकाल इस साल 20 जनवरी को समाप्त होने वाला है। ऐसे में उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पार्टी अध्यक्ष के रूप में एक और कार्यकाल मिल सकता है। बैठक से पहले ऐसा अनुमान लगाया गया था।
All these cases were fought in court and judgement has been in favour of the central govt. SC crushed Opposition's negative campaigns & exposed them through legal responses: Union Finance Minister Nirmala Sitharaman pic.twitter.com/c5vc0Tjnin
— ANI (@ANI) January 16, 2023
विपक्ष पर भाजपा और पीएम मोदी के खिलाफ लगातार नकारात्मक अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए, सीतारमण ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनके अभियानों को ‘कुचल’ दिया और ‘उन्हें बेनकाब’ कर दिया।
“विपक्ष ने लगातार भाजपा के खिलाफ नकारात्मक अभियान चलाया और पेगासस, राफेल सौदा, प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग, सेंट्रल विस्टा, आर्थिक आधार-आरक्षण, नोटबंदी जैसे कई मुद्दों पर पीएम पर हमला करने के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। ये सभी मामले अदालत में लड़े गए और फैसला केंद्र सरकार के पक्ष में सुनाया गया है।” सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के नकारात्मक अभियानों को कुचल दिया और कानूनी प्रतिक्रियाओं के माध्यम से उन्हें उजागर किया।”
सीतारमण ने कहा कि इससे यह भी साफ हुआ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीयत साफ है और उनकी सरकार में भ्रष्टाचार का कोई स्थान नहीं है। वित्त मंत्री के मुताबिक, राजनीतिक प्रस्ताव में गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत को ‘ऐतिहासिक’ बताते हुए कहा गया कि वहां भाजपा ने सत्ता विरोधी माहौल को अपने पक्ष में बदल कर जीत दर्ज की है।
उन्होंने कहा, “ये सामान्य नहीं, बल्कि ऐतिहासिक जीत है। गुजरात की जीत का प्रभाव आने वाले विधानसभा चुनावों और 2024 के लोकसभा चुनाव पर भी निश्चित ही नजर आएगा।”
उन्होंने कहा, राजनीतिक प्रस्ताव में भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की भी जमकर सराहना की गई। सीतारमण ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की छवि अच्छी हुई है और दुनिया अहम मुद्दों पर भारत की ओर देख रही है।
राजनीतिक प्रस्ताव में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की सेवा और उनके अथक प्रयासों की भी सराहना की गई। कार्यकारिणी की बैठक में त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय और कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और प्रदेश अध्यक्षों ने अपनी बात रखी। कर्नाटक के बारे में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने भी संगठन से जुड़े कार्यक्रमों और तैयारियों के बारे में अपना पक्ष रखा।
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय मंत्रियों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। (एजेंसी इनपुट के साथ)