शहर में  41 करोड़ की सड़कें प्रस्तावित : सोनवणे

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  • अमृत, सीवरेज निकासी योजना में देरी से लटका सड़क कार्य

जलगांव. महानगर पालिका में अमृत योजना की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए महापौर ने मीडिया को जानकारी दी कि महानगर पालिका प्रशासन शहर में सड़कों का निर्माण करने के लिए तैयार है, लेकिन अमृत योजना का काम, जो नवंबर 2017 में शुरू हुआ था, मार्च 2019 तक पूरा होने की उम्मीद थी. महाराष्ट्र जल प्राधिकरण को सरकार ने  तकनीकी सलाहकार नियुक्त किया था. उसके बाद जल निकासी योजना पर काम शुरू हुआ.अमृत ठेकेदार ने समय पर कार्य पूर्ण नहीं किया, जिसके चलते अनेक वार्डों में कार्य अधूरे रह गए,अधूरे काम के कारण सड़क की मरम्मत और नल जोड़ने का कार्य भी अधूरा है.

अमृत योजना का कार्य पूरा होते ही बनेंगी सड़कें

शहर में कई वर्षों से सड़क के काम नहीं हुए हैं और निगम ने 41 करोड़ रुपये की सड़कों का प्रस्ताव दिया है. लेकिन सरकार के 11 मई, 2017 के आदेश के कारण, सड़क का काम शुरू नहीं हो सका, मेयर  भारती सोनवने ने इस पर खेद प्रकट किया है. जिन वार्ड में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण और सीवरेज योजनाओं का काम पूरा होगा, वहां पर सड़क निर्माण का कार्य तत्काल प्रभाव से किया जाएगा.

महापौर ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

शहर में सड़कों की खराब स्थिति को देखते हुए, महापौर ने मंगलवार को अपने कार्यालय में स्थिति का जायजा लिया.  इस अवसर पर भाजपा महानगर अध्यक्ष दीपक सूर्यवंशी, स्थायी समिति अध्यक्ष शुचिता हाड़ा, महिला एवं बाल कल्याण अध्यक्ष शोभा बारी, पार्षद कैलास सोनवणे, समूह नेता भगत बलानी, सदन के नेता ललित कोल्हे, पार्षद विशाल त्रिपाठी उपस्थित थे.

शहर में सड़कों की हालत हो गई है. पिछले कुछ वर्षों से  नगर में सड़क कार्य नहीं किए गए हैं. शहर में अमृत योजना और सीवेज योजना के पूरा होने के बाद नगर में सड़कों की कायापलट करने 41 करोड़ रुपये के कार्यों को शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है.

ऐसी है अमृत की अवस्था

20 सितंबर तक शहर में 586 एचडीपी पाइप लाइनों में से 430 किमी 75%, डीआय प्रमुखपाईप लाइन 17 में 11 किमी 65%, डीआय डिस्ट्रिब्युटर पाईपलाईन 85 में 36 किमी 70%, पाईपलाईन का निरीक्षण 586 में से 295 किमी 52%, भूमिगत टंकी, पंप हाऊस 90%,  उच्च पानी की टंकियां 50%,  में से ३०% नल जोड़ने कार्य पूरे किए हैं. इस बीच, लॉकडाउन और काम में देरी के मद्देनजर, निगम प्रशासन ने ठेकेदार  को

निर्देश दिया है कि जिनके पास 2-3 साल की पानी बिल की रसीदें हैं. उन सभी को कनेक्शन प्रदान किया जाए.महापौर ने आशा व्यक्त किया है कि सीवरेज सिस्टम पर भी युद्ध स्तर पर काम चल रहा है और जल्द ही पूरा हो जाएगा.

शहर में अमृत योजना के काम में तेजी आई है और मार्च 2021 तक काम पूरा हो जाएगा.  इस बीच, ठेकेदार को निर्देश दिया गया है कि जैसे ही बारिश कम हो, अमृत योजना से सड़क पर हुए गड्ढों को भरा जाए.

भारती सोनवणे, महापौर