मां-बेटी के बीच में हो रहा मनमुटाव तो इन बातों पर करें अमल

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-सीमा कुमारी

ये तो सभी जानते हैं कि मां-बेटी का रिश्ता बहुत ही ख़ास होता है| दरअसल ये एक ऐसा बंधन है, जो प्यार की कभी न टूटने वाली डोर से बंधा है। वे एक-दूसरे से अपने हर सुख-दुख को बयां करते हैं। मगर उम्र बढ़ने के साथ-साथ रिश्तों में थोड़ा बदलाव आने लगता है। यहीं बदलाव कई बार मां-बेटी को एक-दूसरे से दूर करने की वजह बनता है। तो चलिए जानते हैं इन दोनों के बीच होने वाले मनमुटाव के बारे में –

  • कई बार मां अपनी बेटी को सभी के सामने गुस्सा करने लगती है। ऐसे में बेटी का मनोबल कम होने के साथ वह उदास हो सकती है। ऐसे में बात-बात पर उसकी आलोचना करने की जगह उसे प्यार से   सही व गलत की पहचान करवाएं। क्योंकि मां-बेटी का रिश्ता दिल से जुड़ा होता है। इसलिए जरूरी है कि एक माँ को खासकर अपनी बेटी के प्रति संवेदनशील रहें| जिससे रिश्ता मजबूत होने के साथ दोनों के बीच प्यार बना रहेगा।
  • हर एक मां अपनी बेटी की तुलना अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों की बेटी से करती है। ऐसे में अगर आप भी अपनी बेटी की तुलना दूसरों से करते हैं तो अपनी इस आदत को सुधार लें। क्योंकि इससे घर का माहौल खराब होने के साथ आपकी बेटी के मन को ठेस पहुंच सकती है। इसलिए जरूरी है कि इस तरह करने से आप बचें|
  • अक्सर माएं अपनी बेटी को लेकर कुछ ज्यादा ही भावुक होती हैं। वे उनपर अधिक अधिकार जमाने के साथ रोक-टोक करती हैं। मगर ऐसा करने से बेटी की आजादी छीनने के साथ उसके स्वभाव में ही चिड़चिड़ापन, आक्रोश आदि आ सकता है। साथ ही आपका द्वारा उनकी हर बात पर रोक-टोक करने से वे तनाव में आ सकती है। ऐसे में इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप अपनी बेटी को पूरी तरह से उसकी मर्जी करने दें। मगर समय व परिस्थिति को समझते हुए बेटी पर नियंत्रण रखें। उसकी बातों व कामों को समझने के साथ उसे सही व गलत की पहचान करवाएं।
  • वर्तमान समय में मां-बेटी का रिश्ता धुंधला होता जा रहा है। इसके पीछे का कारण इमोशनल अटैचमेंट कम होना है। ऐसे में अगर आप अपनी बेटी के साथ एक मजबूत व प्यार भरा रिश्ता बनाएं रखना चाहते  है तो उनके साथ भावनात्मक रूप से जुड़े। अगर आपकी बेटी पढ़ाई या काम के कारण किसी दूसरे शहर में रहती है तो समय-समय पर उससे फोन पर बात करें।