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    -सीमा कुमारी

    ‘मकर संक्रांति’ (Makar Sankranti) का पावन पर्व कल यानि, 14 जनवरी, दिन शुक्रवार को है। मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन ग्रहों के राजा सूर्यदेव (Surya Dev) अपने पुत्र शनि से मिलने उनके घर जाते हैं, यानि मकर राशि में प्रवेश करते हैं और एक महीने तक रहते हैं। सूर्य देव की गति उत्तरायण (Uttarayan) होती है, जिसे दान, स्नान के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, इस दिन कुछ कामों को करना शुभ माना गया है, तो वहीं कुछ कार्यों को अशुभ माना जाता है। ‘मकर संक्रांति के दिन स्नान से पहले कुछ भी खाना नहीं चाहिए। आइए जानें इस दिन कौन से काम करने से बचना चाहिए ?

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, रोज की तरह कुछ लोग ‘मकर संक्रांति’ के दिन भी सुबह उठते ही चाय और स्नैक्स खाना शुरू कर देते हैं। लोग सोचते हैं कि, इस दिन सिर्फ गंगा या पवित्र नदियों में स्नान का बहुत ही महत्व है, लेकिन ऐसा नहीं है। ‘मकर संक्रांति’ (Makar Sankranti) के शुभ दिन बिना स्नान किए भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। घर पर पानी में काले तिल, हल्का गुड़ और गंगाजल मिलाने के बाद स्नान जरूर करना चाहिए।

    शास्त्रों के मुताबिक, ‘मकर संक्रांति’ के दिन लहसुन, प्याज और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। इस पर्व को सादगी के साथ मनाना चाहिए।

    इस दिन अपनी वाणी पर संयम रखें और गुस्सा न करें। किसी को बुरे बोल न बोलें। सबके साथ मधुरता का व्यवहार करें।

    ‘मकर संक्रांति’ के दिन घर के बाहर आए किसी भिखारी या जरूरतमंद व्यक्ति को खाली हाथ न लौटाएं। इस दिन दान अवश्य करें।

    ज्योतिषों के अनुसार ‘मकर संक्रांति’ के अवसर पर अन्य ग्रहों की शांति के लिए कई तरह के उपाय किए जा सकते हैं। स्नान के बाद जिस ग्रह का उपाय करना है, उससे संबंधित वस्तुओं का दान करें, कहते हैं ऐसा करने से उस ग्रह का दोष दूर हो जाता है।

    ज्योतिषों की मानें तो, इस दिन आप किसी भी तरह का नशा नहीं करें। जैसे- शराब, सिगरेट, गुटका, मसालेदार भोजन आदि के सेवन से बचना चाहिए।