दिवाली पर ‘इन’ विशेष मंत्रों का करें जाप, कुबेर का मिलेगा आशीर्वाद, श्रीगणेश-लक्ष्मी की बनी रहेगी कृपा

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: रोशनी का त्योहार दिवाली (Diwali 2023) इस बार आज यानी 12 नवंबर रविवार को मनाया जा रहा है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। धन की देवी लक्ष्मी स्वभाव से बहुत चंचल हैं, वे एक जगह पर ज्यादा देर तक नहीं ठहरती हैं। इसलिए नियमित रूप से देवी लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। जिस परिवार में क्लेश होता है, वहां से मां लक्ष्मी घर चली जाती हैं।

दिवाली पर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। भगवान गणेश और मां लक्ष्मी के साथ-साथ कुबेर देव की भी विधि-विधान से पूजा करें। पूजा के दौरान इन चमत्कारी मंत्रों का भी जाप करें। आइए जानें इन चमत्कारी मंत्रों के बारे में-

गणेश-गायत्री मंत्र

ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

विघ्न नाशक मंत्र

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।

द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥

विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।

द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्‌ ॥

विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत्‌ क्वचित्‌ ।

कुबेर मंत्र जाप

ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये॥

धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥

धन प्राप्ति हेतु कुबेर मंत्र

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

 कुबेर अष्टलक्ष्मी धन प्राप्ति मंत्र

ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥

लक्ष्मी-गणेश ध्यान मंत्र

दन्ताभये चक्रवरौ दधानं, कराग्रगं स्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।

धृताब्जयालिङ्गितमाब्धि पुत्र्या-लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे॥

धन प्राप्ति हेतु ‘कुबेर मंत्र’

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥

लक्ष्मी-विनायक मंत्र

ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा॥