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'हनुमान जयंती' पर भगवान हनुमान की पूजा-आराधना का बहुत अधिक महत्व है।

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    -सीमा कुमारी

    इस साल ‘हनुमान जयंती’ (Hanuman Jayanti 2022) 16 अप्रैल यानी कल है। मान्यता है कि इस दिन विधि विधान से संकट मोचन हनुमान जी की पूजा-अर्चना करने से सभी विघ्न बाधाओं का अंत होता है और मनोवांछित फल मिलता है। ‘हनुमान जयंती’ पर भगवान हनुमान की पूजा-आराधना का बहुत अधिक महत्व है। इसके अलावा, ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन की तमाम समस्याएं दूर होती हैं। ऐसे में हनुमान जी के भक्त हनुमान जयंती के दिन चुटकी भर सिंदूर से अपनी किस्मत चमका सकते हैं। आइए जानें क्या हैं ये उपाय –

    • ज्योतिष- शास्त्र के मुताबिक, जिन कन्याओं के विवाह में बाधा आ रही है उन्हें चुटकी भर सिंदूर ले जाकर हनुमान जी के चरणों में रख दें और शीघ्र विवाह के लिए हनुमान से प्रार्थना करें। इसके बाद सिंदूर का टीका अपनी मांग में लगाएं जल्दी विवाह के योग बनेंगे।
    • कहते है कि हनुमान जयंती के दिन हनुमान मंदिर जाकर भगवान की विधि-विधान से पूजा करने के साथ वहीं बैठकर बजरंग बाण का पाठ करें। इससे भगवान हनुमान की कृपा आपके ऊपर हमेशा बनी रहेगी।
    • संकटों से छुटकारा पाने के लिए और आने वाले मुसिबतों से बचने के लिए हनुमानजी को पांच मंगलवार और 5 शनिवार को चमेली का तेल और सिंदूर अर्पित करें। गुड़ और चने के प्रसाद का भोग लगाएं और गरीबों में बांटें।
    • पंडितों के अनुसार, हनुमान जयंती के दिन चमेली के तेल या फिर घी में सिंदूर मिलाकर हनुमान जी के लेप के रूप में लगा दें। इसे वह जल्द प्रसन्न होते हैं और अपने भक्त की हर इच्छा पूर्ण करते हैं।
    • यदि कोई जातक कर्ज से परेशान हैं तो चमेली के तेल में सिंदूर मिलाएं। और अपनी उम्र के अनुसार पीपल के पत्ते लें और हर पत्ते में राम लिखें और इसे हनुमान जी को अर्पित करें, जल्द ही कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
    • चुटकी भर सिंदूर में घी मिलाकर एक कागज पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इसे हनुमान जी के हृदय से लगाकर अपनी तिजोरी में रख लें। फिजूलखर्ची में कमी आएगी और धन में वृद्दि होगी।
    • सरसो तेल में सिंदूर मिलाकर पहले हनुमान जी को लगाएं फिर घर के मुख्य द्वार से लेकर सभी कमरों के दरवाजों पर स्वास्तिक चिह्न बनाएं। इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होगा और धन दौलत में बरकत होगी।