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    -सीमा कुमारी 

    इस साल ‘महाशिवरात्रि’ (Mahashivratri) का त्योहार 1 मार्च दिन मंगलवार को मनाया जाएगा । इस दिन भगवान शिव के भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए विधि-विधान से पूजा कर व्रत रखते हैं। ‘महाशिवात्रि’ पर पूजा और व्रत के साथ-साथ मंत्रों का विशेष महत्व भी है। इस दिन भगवान शिव के भक्त कुछ मंत्रों का जप करके उन्हें खुश कर सकते है। आइए जानें उन मंत्रों के बारे में –

    महामृत्युंजय मंत्र

    ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

    ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।

    ‘महाशिवरात्रि’ पर चारों पहर के मंत्र

    1 – ‘ॐ हीं ईशानाय नम:’

    2 – ‘ॐ हीं अधोराय नम:’

    3 – ‘ॐ हीं वामदेवाय नम:’

    4 – ‘ॐ हीं सद्योजाताय नम:’

    शिव-ध्यान मंत्र

    ध्याये नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रां वतंसं।

    रत्नाकल्पोज्ज्वलांगं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम।।

    पद्मासीनं समंतात् स्तुततममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं।

    विश्वाद्यं विश्वबद्यं निखिलभय हरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।।

    शिव मंत्र- क्रोध शांत करने के लिए

    देवदेव महादेव नीलकंठ नमोस्तु ते।

    कुर्तमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।।

    तव प्रभावाद्धेवेश निर्विघ्नेन भवेदिति।

    कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।

    शिव-गायत्री मंत्र

    ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।।