Teddy Day

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    नई दिल्ली: हम सब जानते है फरवरी माह शुरू होते ही प्यार भरे दिन यानी ‘वेलेंटाइन वीक’ की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में 7 फरवरी से 14 फरवरी तक हर एक खास दिन को प्रेमी जोड़े अलग-अलग तरीके से मनाते हैं। बता दें कि प्यार से जुड़े ये सातों दिन अपने आप में हर कपल के लिए खास होते हैं। पहले दिन रोज डे, और फिर  प्रपोज डे, चॉकलेट डे और चौथे दिन टेडी डे होता है।

    ऐसे में क्या कभी आपके मन में सवाल आया है कि आखिर इन खास दिनों में टेडी डे क्यों मनाया जाता है? आखिर इसके पीछे क्या वजह है? तो चलिए आज हम टेडी के अवसर पर इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें आपको बताते है, जिसके बारे में शायद आपको पता न हों…. 

    क्यों मनाया जाता है टेडी डे 

    जैसा की हमने आपको पहले ही बताया कि साल के सबसे रोमांटिक हफ्ते की शुरुआत 7 फरवरी से होती है। इसमें चौथे दिन टेडी डे मनाया जाता है। यानी 10 फरवरी को लोग टेडी डे के तौर पर मनाते हैं। इस मौके पर कपल अपने पार्टनर को स्टफ्ड खिलौने देकर अपने इश्क का इजहार करते है। यह अपने प्यार को जताते ने का एक तरीका है, इस दिन अपने पसंदीदा व्यक्ति को टेडी देकर उनके प्रति अपने प्यार को दर्शाया जाता है। 

    जानें टेडी बियर का इतिहास

    टेडी डे का इतिहास भी बेहद दिलचस्प है। बता दें कि 14 नवंबर 1902 में अमेरिका का तत्कालीन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट मिसिसिपी के एक जंगल में शिकार के लिए गए थे। उस वक्त उनके साथ सहायक होल्ट कोलीर भी था। बता दें  कि यहां कोलीर ने काले रंग के एक घायल भालू को पकड़ लिया और पेड़ से बांध दिया।

    इसके बाद सहायक ने राष्ट्रपति से भालू को गोली मारने की अनुमति मांगी। लेकिन भालू को घायल अवस्था में देख राष्ट्रपति रूजवेल्ट का दिल पिघल गया और जानवर की हत्या करने से मना कर दिया। 16 नवंबर को ‘द वाशिंगटन पोस्ट अखबार में इस घटना पर आधारित एक तस्वीर छपी, जिसे कार्टूनिस्ट क्लिफोर्ड बेरीमैन ने बनाया था। इसके आगे भी  बहुत रोचक कहानी है। 

    क्यों और कैसे पड़ा टेडी नाम 

    फिर जब यह अखबार में छपी तस्वीर को देखकर व्यवसायी मॉरिस मिचटॉम ने सोचा कि एक खिलौना भालू के बच्चे के आकार का बनाया जाए। उन्होंने अपनी पत्नी रोज के साथ मिलकर इसे डिजाइन किया।

    खिलौने का नाम ‘टेडी’ रखा गया। टेडी नाम रखने के पीछे की वजह यह थी कि राष्ट्रपति रूजवेल्ट का निकनेम टेडी था, यह खिलौना राष्ट्रपति को समर्पित था, इसलिए उनके नाम को इस्तेमाल करने की अनुमति लेकर इसे व्यवायी दंपत्ति में लॉन्च किया। तब से इस खिलौने का नाम ‘टेडी’ करके मशहूर हो गए। अब इस खिलौने को टेडी नाम से ही पूरी दुनिया जानती है।