क्यों मनाया जाता है ‘विश्व मत्स्य दिवस’ जानें संबंधित खास बातें

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    नई दिल्ली: हर साल 21 नवंबर को ‘विश्व मत्स्य दिवस’ (World Fisheries Day) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने के पीछे कुछ खास उद्देश्य है। इस उद्देश्य के तहत पूरे विश्व में सभी मछुआरों, मछली किसानों और संबंधित हितधारकों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए ‘विश्व मत्स्य दिवस’ मनाया जाता है। आज विश्व मत्स्य दिवस के अवसर पर इससे संबंधित कुछ खास बातें आपको बता रहे है। आइए जानते है। 

    2024-25 तक लक्ष्य 

    मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के अनुसार, इस आयोजन के दौरान, मत्स्य क्षेत्र में पहली बार, सरकार 2019-20 के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कार दिया था। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana ) PMMSY का लक्ष्य 2024-25 तक 22 मिलियन मीट्रिक टन मछली उत्पादन प्राप्त करना है।

    साथ ही लगभग 55 लाख लोगों को रोजगार का एक अतिरिक्त अवसर पैदा करना है। भारत सरकार देश में नीली क्रांति के माध्यम से इस क्षेत्र को बदलने और आर्थिक क्रांति की शुरुआत करने में सबसे आगे है।

    इसमें देश का स्थान

    आपको बता दें कि भारत दुनिया में जलीय कृषि के माध्यम से मछली उत्पादन करने वाला देश और मछली का दूसरा प्रमुख उत्पादक है। भारत में मत्स्य पालन क्षेत्र खाद्य और पोषण सुरक्षा और विदेशी मुद्रा अर्जन को पूरा करने के अलावा लगभग 28 मिलियन मछुआरों और मछली किसानों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है। वैश्विक मछली उत्पादन में भारत का योगदान लगभग 7.7 प्रतिशत है और यह मछली उत्पादों के वैश्विक निर्यात में 4 वें स्थान पर है।