चव्हाण का उद्धव पर वार: कांग्रेस शासित मनपा के साथ भेदभाव

  • नहीं मिल रहा है फंड
  • महाविकास आघाड़ी में फिर खटपट

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– लतिकेश शर्मा

मुंबई. महाविकास आघाड़ी सरकार में एक बार फिर खटपट तेज हो गई है. कैबिनेट मंत्री व सीनियर कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर वार करते हुए कहा है कि सरकार से कांग्रेस शासित  महानगरपालिकाओं को फंड नहीं मिल रहा है. चव्हाण परभणी में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. वे भारी बारिश से मराठवाड़ा इलाके में हुए नुकसान की समीक्षा के लिए पहुंचे थे. चव्हाण ने बेबाक तरीके से कहा कि कांग्रेस शासित मनपा को मुख्यमंत्री की ओर से पैसा नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि यह बेहद दुखद है कि सरकार में रहने के बावजूद  कांग्रेस नेताओं को अपने क्षेत्र के विकास के लिए फंड नहीं मिल रहा है. चव्हाण ने कहा कि नांदेड़ को भी कोरोना के लिए निर्धारित फंड का सिर्फ 30 प्रतिशत हिस्सा मिला है. चव्हाण के इस खुलासे से एक बार फिर महाराष्ट्र विकास आघाड़ी की सहयोगी दलों के बीच के मतभेद खुल कर सामने आ गए हैं.   

शिवसेना के साथ गठबंधन के लिए राजी नहीं 

अशोक चव्हाण ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव के बाद दिल्ली के बड़े कांग्रेसी नेता महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने के पक्ष में नहीं थे. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने अपनी पहल से दिल्ली के नेताओं को शिवसेना के साथ गठबंधन के लिए राजी किया और उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. चव्हाण ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस के नेता शिवसेना के साथ गठबंधन करने को लेकर धर्मसंकट में थे, लेकिन प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि बीजेपी को सत्ता में वापस लौटने से रोकने के लिए  शिवसेना के साथ गठबंधन करना जरुरी है.

आरोप सही नहीं 

शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भेदभाव का आरोप लगाना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाया जा सकता है.

मिल कर सुलझाएंगे मुद्दा : कैबिनेट मंत्री अशोक चव्हाण ने फंड का जो मुद्दा उठाया है, उसके लिए हमारे नेता मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करेंगे. कांग्रेस मंत्री सरकार में अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन हमें और तेजी से काम करने की जरुरत है.

एच. के. पाटिल, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी