मुंबई. एक तरफ जहाँ शिवसेना (ShivSena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने बीजेपी (BJP) का कंगना (Kangna Ranaut) को समर्थन देने पर इसको दुर्भाग्यपूर्ण बताया। वहीं अब इस मुद्दे पर अब कंगना रनौत (Kangna Ranaut) ने इस बात पर ‘सामना’ के संपादक संजय राउत पर बड़ा हमला बोला है।
दरअसल शिवसेना नेता संजय राउत ने रविवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा मुंबई की तुलना ‘पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर’ (POK) से करने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत का समर्थन कर रही है। साथ ही, यह बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। इसके साथ ही राउत ने कहा कि ‘‘यह कठिन वक्त है, जब महाराष्ट्र में सभी मराठी लोगों को एकजुट हो जाना चाहिए।”
राउत ने कहा, ‘‘ जिस तरह से राज्य का अपमान किया गया, उससे महाराष्ट्र (भाजपा) का एक भी नेता दुखी नहीं हुआ।” उन्होंने कहा,‘‘ एक अभिनेत्री मुख्यमंत्री को अपमानित करती है और क्या राज्य के लोगों को प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए, यह किस तरह की एकतरफा स्वतंत्रता है?” उन्होंने कहा,‘‘जब शहर में उनका अवैध निर्माण जिसे वह पाकिस्तान कहती हैं, ध्वस्त किया जाता है, तो वह ध्वस्त ढांचे को राम मंदिर कहती हैं। जब अवैध निर्माण पर सर्जिकल स्ट्राइक हो रहा तो आप मर्माहत हो रहे हैं। यह किस प्रकार का खेल है?”
उधर कंगना ने भी पलटवार करते हुए और ‘कंगना को बीजेपी बचा रही है’ वाले बयान पर व्यंग्य करते हुए कहा कि, “वाह, कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी एक ऐसे शख्स को बचा रही है जिसने ड्रग माफिया की पोल खोली। इसकी जगह बीजेपी को शिवसेना के कथित गुंडे जो नेता बने फिरते हैं उनको मेरा मुंह तोड़ने, लिंच और रेप करने देना चाहिए था। नहीं संजय जी? उनकी हिम्मत कैसे हुई माफिया के विरोध में खड़ी एक युवा लड़की को बचाने की।”
Wow!! Unfortunate that BJP is protecting someone who busted drug and mafia racket, BJP should instead let Shiv Sena goons break my face,rape or openly lynch me, nahin Sanjay ji? How dare they protect a young woman who is standing against the mafia!!! https://t.co/xnspn8yeSW
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 13, 2020
जिस प्रकार से शिवसेना और कंगना रनौत के बीच या द्वन्द बढ़ रहा है उससे यह साफ़ लग रहा है कि आने वाले दिनों में यह मामले और जोर पकड़ेगा और अगर वक़्त रहते CM उद्धव ठाकरे ने इसके सुध न ली तो शिवसेना को कहीं महाराष्ट्र में लेने के देने न पड़ जाएँ।