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  • राजस्थान की राजनीति का साइड इफेक्ट
  • महाराष्ट्र में ऑपरेशन लोटस को लगेगा झटका
  • बीजेपी से वापस लौटने की जुगाड़ में विधायक 
  • एनसीपी प्रवक्ता मलिक का दावा

मुंबई. राजस्थान कांग्रेस में पैचअप की खबर का साइड इफेक्ट महाराष्ट्र में बीजेपी के ऑपरेशन लोटस पर तय माना जा रहा है. ऐसी रिपोर्ट है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में पार्टी के बागी नेता सचिन पायलट को मना लिया है और वे जल्द ही अपने समर्थक विधायकों के साथ राजस्थान लौट सकते हैं. इस खबर के बाद अब राजस्थान में बीजेपी का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है. वहीं जानकारों का कहना है कि इस असफलता से अब महाराष्ट्र में बीजेपी के ऑपरेशन लोटस को भी बड़ा झटका लगेगा. ऐसा कहा जा रहा था कि राजस्थान में ऑपरेशन लोटस को कामयाब करने के बाद बीजेपी का अगला टारगेट महाराष्ट्र था, लेकिन अब लगता है कि प्रदेश बीजेपी नेताओं के प्लान पर पानी फिर गया है.

सरकार करेगी कार्यकाल पूरा

पीडब्लूडी मंत्री अशोक चव्हाण ने महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में किसी भी तरह के विवाद से इंकार करते हुए कहा कि यह सरकार अपने 5 साल के कार्यकाल को सफलतापूर्वक पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ कर जो नेता बीजेपी में गए थे. उनका बीजेपी से मोहभंग हो गया है और पार्टी में  वापस लौटना चाहते हैं. चव्हाण ने कहा कि कई बीजेपी विधायक अब कांग्रेस में घर वापसी के पार्टी हाईकमान की सहमति का इंतजार कर रहे हैं.

बीजेपी पर काउंटर अटैक

एनसीपी प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने उन अफवाहों को पूरी तरह से खारिज किया, जिसमें कहा जा रहा है कि एनसीपी  के 12 विधायक बीजेपी के संपर्क हैं. मलिक ने इन खबरों को पूरी तरह से बकवास करार देते हुए कहा कि बीजेपी हताशा में इस तरह के अफवाहों को फैला रही है. उन्होंने कहा कि वास्तव में  जो एनसीपी नेता विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे वे अब पार्टी में वापस लौटना चाहते हैं.   

राउत ने किया था खुलासा

शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया था कि अक्टूबर महीने में महाराष्ट्र में सरकार गिराने की साजिश रची जा सकती है. उन्होंने कहा था कि  यही वजह है कि विधान परिषद की खाली 12  जगहों पर नियुक्ति नहीं की जा रही है. हालांकि अब राजस्थान में ऑपरेशन लोटस के फेल हो जाने के बाद महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के हौसले काफी बुलंद हैं और वे बीजेपी को घेरने में लग गए हैं.