Investigation campaign against liquor sellers, liquor satha, including two two wheeler seized

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  • सरकार को लगाया था 130 करोड़ का चूना
  •  हीरे के आयात का करता था व्यवसाय

मुंबई. मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मनी लॉड्रिंग मामले के एक आरोपी को 23 साल बाद गिरफ्तार किया है. उसने भारत सरकार को 130 करोड़ का चूना लगाकर फरार हुआ था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को उसकी तलाश थी. वह अपनी पहचान बदल कर दिल्ली और मुंबई में छिपकर रह रहा था.

पहचान बदल कर छिपकर रह रहा था

क्राइम ब्रांच की युनिट-1 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक विनायक मेर को गुप्त सूचना मिली कि मनी लॉड्रिंग मामले का 23 साल से फरार आरोपी हरीश कल्याण दास भावसार उर्फ हरिकृष्णा उर्फ परेश झवेरी उर्फ बाबी दक्षिण मुंबई के गिरगांव स्थित खेतवाड़ी इलाके में छिपकर रह रहा है. संयुक्त पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे और पुलिस उपायुक्त नंदकुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की युनिट-1 के प्रभारी पुलिस निरीक्षक विनायक मेर की टीम ने ट्रैप लगाकर हरीश कल्याण दास भावसार गिरफ्तार किया. हरीश की सिंगापुर से भारत में हीरे के आयात की ‘शारदा डायमंड’ नामक कंपनी थी. वह कच्चे हीरे भारत में आयात करता था. वर्ष 1997 में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उसके खिलाफ मनी लॉड्रिंग मामला दर्ज किया. उसके बाद से हरीश फरार हो गया और अपनी पहचान बदल कर छिपकर रह रहा था.