One more death from Kovid-19 in Jammu and Kashmir, death toll 54

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  • एन वार्ड बना हॉट स्पॉट !
  • बीएमसी की बढ़ी  चिंता

मुंबई. मुंबई के एन वार्ड का घाटकोपर क्षेत्र कोविड का हॉट स्पॉट बन चुका है. इस वार्ड में मुंबई की तुलना में सबसे ज्यादा 575 मौतें दर्ज की गई हैं. बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार शनिवार तक पूरे शहर में 6645 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी जिसमें 575 मौतें सिर्फ एन-वार्ड में रजिस्टर की गई हैं. इसके बाद के-ईस्ट वार्ड का नंबर है जिसमें विलेपार्ले, अंधेरी और जोगेश्वरी का एरिया आता है. इस वार्ड में अब तक 460 मौतें रजिस्टर की गई हैं. धारावी से लेकर दादर और माहिम तक फैला जी-नॉर्थ वार्ड तीसरे स्थान पर चला गया है जहां पर 426 मौतें रजिस्टर की गई हैं. महाराष्ट्र राज्य में मृत्यु दर 3.4% है जबकि राष्ट्रीय औसत 2.04%  है.

    बीएमसी के लिए सबसे ज्यादा चिंता इस बात की भी है कि मुंबई शहर में कोविड से मौतों का ग्राफ भी पूरे भारत के शहरों में अहमदाबाद के बाद दूसरे नंबर पर आता है. अहमदाबाद में मृत्यु दर 5.9% है जबकि मुंबई में 5.5% है. 

एक रिपोर्ट बीएमसी कमिश्नर को सौंपी जाएगी

सूत्रों के अनुसार कोरोना से बढ़ती मौतों को किस तरह कंट्रोल में किया जाए, इसको लेकर बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल द्वारा बुलाई गई मीटिंग में मेडिकल फील्ड से जुड़े एक्सपर्ट ने अपनी अपनी राय शेयर की. मीटिंग में शामिल हुए एक अधिकारी के अनुसार शहर में हाइपरटेंशन और डायबिटीज के मरीज ज्यादा संख्या में एडमिट हुए, जिन्हें कोरोना वायरस आसानी से अपनी चपेट में ले लेता है और यह मौतों की एक बड़ी वजह हो सकती है.  इस विषय पर एक रिपोर्ट जल्द ही बीएमसी कमिश्नर को सौंप दी जाएगी.

डाटा तैयार करने में कहीं कोई गलती हुई 

   एन-वार्ड के असिस्टन्ट म्यूनिसपल कमिश्नर अजित कुमार ने बताया कि मौतों के डाटा तैयार करने में कहीं कोई गलती हुई है. उन्होंने कहा कि एन वार्ड का नंबर पांचवां या छठवां हो सकता है. सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली का कहना है कि चाहे घाटकोपर हो या मुंबई, यह सच है कि मौतें लगातार हो रही हैं और काफी महंगे रेट पर दवाइयां खरीदने के बावजूद मौतें हो रही हैं. अब वक्त आ गया है कि धारावी और वर्ली पैटर्न घाटकोपर सहित पूरी मुंबई में लागू किया जाए, तभी मुंबई कोरोना मुक्त हो सकती है.