Mayo Hospital

  • नियुक्ति नहीं होने पर करेंगे काम बंद

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नागपुर. डॉक्टरों की कमी की वजह से इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व अस्पताल के निवासी डॉक्टरों पर काम का बोझ बढ़ता ही जा रहा है. एक ओर जहां कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सतत रूप से कोविड ड्यूटी से परेशान डॉक्टरों ने मेडिकल ऑफिसर्स नियुक्त करने की मांग को लेकर बुधवार से सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया था. लेकिन दोपहर 12 बजे तक कुछ डॉक्टरों की नियुक्ति किये जाने से फिलहाल निवासी डॉक्टरों ने आंदोलन को स्थगित कर दिया है. अब यदि गुरुवार को नियुक्ति नहीं की गई तो आंदोलन को जारी करने का मन बना लिया है.

मेयो में निवासी डॉक्टरों की संख्या करीब 200 हैं. इनमें से एक तिहाई डॉक्टरों की ड्यूटी कोविड में लगाई गई है. कोविड में ड्यूटी करने से निवासी डॉक्टर अपनी मूल ब्रांच के प्रशिक्षण से वंचित हो रहे हैं. कुछ दिन पहले ही मार्ड की ओर से अधिष्ठाता को पत्र देकर मेडिकल ऑफिसर्स की नियुक्ति करने की मांग की गई थी. लेकिन प्रशासन द्वारा देरी की गई. यही वजह थी कि डॉक्टरों ने बुधवार को दोपहर 12 बजे से सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय ले लिया था.

इस बीच मार्ड की जिलाधिकारी से चर्चा हुई. वहीं, वैद्यकीय संचालक डॉ. तात्याराव लहाने से अपनी मांगों को लेकर बातचीत की. दो दिनों के भीतर सभी मांगें पूर्ण करने का आश्वासन देने के बाद मार्ड ने आंदोलन को स्थगित किया है. मार्ड का कहना है कि उन्हें 82 मेडिकल ऑफिसर्स की जरूरत है. लेकिन अभी केवल 26 की नियुक्ति की जानकारी मिली है. वे भी अब तक सेवा में शामिल नहीं हुये है.