Amit Raj Thackrey

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    नाशिक. मनसे (MNS) का गढ़ माने जाने वाले नाशिक (Nashik) से मनसे ने ‘मिशन कमबैक’ (Mission Comeback) की शुरुआत कर दी है। मनसे ने पिछले कुछ वर्षों के झटके को सहकर पक्ष का पुनर्निर्माण शुरू कर दिया है। पार्टी अध्यक्ष (Party President) राज ठाकरे (Raj Thackeray) और अमित ठाकरे (Amit Thackeray) नाशिक के दो दिवसीय दौरे पर हैं। इस मौके पर मनसे ने आगामी महानगरपालिका चुनाव का बिगुल बजा दिया है। कभी मनसे का गढ़ माने जाने वाले नाशिक में मध्यकाल में पार्टी में टूटफूट हो गई थी। मनसे की सत्ता चली गई और नेताओं के एक बड़े समूह ने पार्टी छोड़ दी। नतीजतन, राज ठाकरे ने भी नासिक की अनदेखी की। विकास कम करने के बाद भी लोग उसे नहीं मानते तो इसमें पार्टी का क्या दोष?  राज ठाकरे अक्सर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं। नाशिक की तरह राज्य में भी पार्टी का कमजोर होती गई।  इतना कम था कि मनसे विद्यार्थी सेना के अध्यक्ष आदित्य शिरोडकर ने भी हाथ में शिवबंधन बांध रखा है।  शिरोडकर का शिवसेना में शामिल होना मनसे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।  हालांकि राज ठाकरे ने अब सीधे अमित ठाकरे को मैदान में उतारकर ‘मिशन कमबैक’ की शुरुआत कर दी है।  नाशिक में यह बात सामने आई है। 

    पटाखों से स्वागत, बिखेरे फूल 

    नासिक में राज ठाकरे का जोरदार स्वागत किया गया। वहीं अमित ठाकरे पर फूल बरसाए गए।  मनसे के कार्यकर्ताओं ने भी जोरदार नारेबाजी कर अमित ठाकरे का स्वागत किया।  राज ठाकरे और अमित ठाकरे दोनों ने मनसे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात की।  राज ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जो हुआ उसे छोडो और पार्टी का काम शुरु कर दो।  इस बीच आदित्य शिरोडकर पर यह कहने का आरोप लगा कि मनसे राज ठाकरे के नाम और दम पर चलने वाली पार्टी है। 

    राजसाहब जो जिम्मेदारी देंगे उसे स्वीकार करूंगा – अमित ठाकरे

    अमित ठाकरे ने कहा, हम राजसाहेब द्वारा दी गई जिम्मेदारी को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। विशेषज्ञों की राय है कि इस बयान से अप्रत्यक्ष रूप से संकेत मिलता है कि मनसे का नया अध्यक्ष कौन होगा।  मनसे और नासिक का रिश्ता अलग है।  राज ठाकरे जब शिवसेना में थे तब भी बालासाहब ने उन्हें नाशिक की जिम्मेदारी दी थी। राज ने उसे कुशलता से निभाया था। बाद में मनसे की स्थापना के बाद नाशिक ने राज को बहुत समर्थन दिया। नाशिक ने मनसे को 3 विधायक और 40 पार्षद दिए थे। इसलिए हो सकता है कि मनसे नाशिक में अब वापस आने की योजना बना रही हो, एैसा राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है। 

    पार्टी में कई बड़े बदलाव की संभावना 

    राज ठाकरे के 2 दिवसीय नाशिक दौरे से पार्टी में कई बड़े बदलाव आने की संभावना है, वहीं दूसरी ओर मनविसे का पूरा प्रबंधन अमित ठाकरे संभालेंगे।  मनसे और महानगरपालिका के बीच अनबन से बचने के लिए खुद अमित ठाकरे मैदान में उतरे हैं और पार्टी को एक बार फिर बढ़त मिलने की संभावना देखी जर रही है।