रुपाणी को फैसले की आजादी लॉकडाउन जरूरी या पहले बेटे की शादी

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, (Nishanebaaz) सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहे मैसेज में कहा गया है कि गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी (Vijay Rupani) के बेटे की शादी होने वाली है, इसलिए राज्य में लॉकडाउन (Lockdown) नहीं लगेगा. इस मैसेज पर सीएम रुपाणी ने ट्वीट कर सफाई दी कि उनके बेटे की मई में शादी होने की खबर निराधार है.’’ हमने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रुपाणी को इस तरह का स्पष्टीकरण देने की कोई जरूरत नहीं थी. पावरफुल लोग कभी सफाई नहीं दिया करते, वे हर कदम अपनी मर्जी से उठाते हैं. चाहे लॉकडाउन लगाना हो या बेटे की शादी करना, फैसला उन्हें ही लेना है.

    किसी के रोकने-टोकने का सवाल ही नहीं उठता. यदि शुभ मुहूर्त सामने है तो जल्दी से बेटे का ब्याह कर दें. रुपाणी के घर में बहूरूपी गृहलक्ष्मी आ जाएगी. रुपाणी का बेटा रुषभ भी बालिग होने के नाते अपना फैसला खुद कर सकता है. वह अपनी मंगेतर से मशविरा कर ले. यदि मियां-बीवी राजी तो क्या करेगा काजी! क्या कोरोना के कारण लोग शादी करना भी भूल जाएंगे?’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, अगर लोगों का मुंह बंद करना है तो रुपाणी तुरंत लॉकडाउन लगा दें. उनके आलोचकों की जुबान पर भी ताला लग जाएगा. इससे उनकी कर्तव्यनिष्ठा पर मुहर लग जाएगी.

    हर कोई कहेगा कि देखो, बेटे की शादी को टालते हुए पहले जनहित में लॉकडाउन लगा दिया. कोरोना काल में लोगों की जान बचाना महत्वपूर्ण है, शादी तो कभी भी हो सकती है.’’ हमने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री रुपाणी चाहें तो सादगी से बेटे की सगाई करवा लें. ‘रोका’ हो जाने से रिश्ता पक्का हो जाता है. उन्हें अपने बेटे के दोस्तों की भावना का भी ध्यान रखना चाहिए जो थिरकते हुए गाना चाहेंगे- आज मेरे यार की शादी है, मेरे दिलदार की शादी है.’’