- कांग्रेस गुटनेता आबा बागुल की मांग
पुणे. शहर में कोरोना का प्रचलन पिछले 4 महीनों से दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. पुणे शहर के दृष्टिकोण से चर्चा करने के बाद एक अच्छा निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण है. महापौर से चर्चा करने के बाद ही हम सभी दलों को अलग-अलग फैसले लेने में सहयोग दे रहे हैं. लेकिन हमने अभी तक किसी भी पार्टी की आधिकारिक बैठक लेकर चर्चा नहीं की है. गैर-रिकॉर्ड चर्चा के कारण कल शहर में कोरोना का प्रकोप बढ़ जाता है, तो सारी जिम्मेदारी आप पर होगी. इसके लिए हर चार दिन में पार्टी नेताओं की तुरंत आधिकारिक बैठक बुलानी चाहिए. ऐसी मांग कांग्रेस के गुटनेता आबा बागुल ने मनपा कमिश्नर से की है.
चर्चा जरूरी
बागुल के अनुसार पुणे शहर के लाभ के लिए, पार्टी के सभी नेता काम के घंटों के अनुसार अपना समय देने के लिए तैयार हैं. उनकी आधिकारिक बैठक आयोजित करना और इसके मिनटस को रखना बहुत महत्वपूर्ण है. चूंकि इस तरह की बैठक नहीं होती है. विपक्ष के पास कुछ ठोस बिंदु हैं और कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए कुछ सुझाव हैं. हम अनौपचारिक रूप से उन मुद्दों और सुझावों पर चर्चा करते हैं. लेकिन अनौपचारिक चर्चा का कोई महत्व नहीं है. आधिकारिक तौर पर अपने एजेंडे को हटाने और प्रक्रिया के नियमों और महाराष्ट्र नगरपालिका अधिनियम के अनुसार अपने आधिकारिक मिनट रिकॉर्ड करके निर्णय लेना अनिवार्य है.
वर्किंग पेपर की घोषणा करे
बागुल ने कहा कि नगर सचिव के लिए आवश्यक है कि वह वर्किंग पेपर की घोषणा करे और इस मुद्दे को एजेंडे पर ले जाए और उस पर चर्चा करे. बागुल के अनुसार, चूंकि आप नए कमिश्नर हैं, इसलिए हम आपको काम के बारे में सूचित किए जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. लेकिन यह सही नहीं है कि आप तत्कालीन कमिश्नर की तरह इस तरह की बैठक आयोजित न करें. हम पुणे शहर के हित में आपसे अच्छे फैसलों की उम्मीद करते हैं. कोरोना की घटनाओं को कम करने के लिए यह जरूरी है कि पार्टी नेताओं की एक बैठक में इस पर चर्चा और निर्णय लिया जाए. बागुल ने कहा कि कोरोना के प्रकोप के कारण मुख्य बैठक आयोजित नहीं की जा रही है, इसलिए अन्य सदस्यों को कुछ समझ नहीं रहा है. इसलिए पार्टी नेताओं के लिए कोरोना पर एक बैठक आयोजित करना बहुत महत्वपूर्ण है.