पुणे. देशभर में COVID-19 की वजह से काफी कुछ बदलाव हुए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। इन्ही बदलावों को जानने और भविष्य में शिक्षा की परिस्थिति से आपको रूबरू करवाने के लिए नवभारत ने अपने पाठकों के लिए नवभारत Vibes ‘सीरिज़ ऑफ़ वेबिनार्स’ का कार्यक्रम के अंतर्गत के.जे. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, पुणे के संचालक विनोद जादव को आमंत्रित किया हैं। विनोद जादव “कोरोना के बदलते परिदृश्य में शिक्षा के भविष्य” पर अपने विचार प्रकट करने वाले है। वह नवभारत के फेसबुक पेज (https://www.facebook.com/enavabharat) से आज शाम 5 बजे लाइव आपसे मुलाकात करेंगे।
K. J. शैक्षणिक संस्थान शिक्षा की स्थापना 2005 में हुई जिसके बाद से यह गुणवत्ता और नेतृत्व के निर्माण के लिए प्रसिध्द हैं। इन वर्षों में, संगठन शैक्षणिक विकल्पों के एक मंच के रूप में विकसित हुआ। KJEI समूह में हर कॉलेज से निकलने वाले एक उच्च तकनीकी मानक के इंजीनियरों में नैतिकता और नैतिकता के प्रति दृढ़ विश्वास पैदा करने पर जोर दिया जाता हैं। साथ ही जीवंत और व्यापक आधारित शैक्षणिक कार्यक्रमों को विकसित करने का प्रयास भी किया जाता है।
इंस्टीट्यूशंस, के संचालक विनोद जादव का मानना है कि तालमेल के साथ उत्कृष्टता का एक केंद्र विकसित करने के लिए, छात्रों की जन्मजात क्षमताओं का पता लगाना बहुत जरुरी हैं। जिसके लिए प्रवाहकीय, निरंतर सीखने, सामाजिक जवाबदेही और उद्योग के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से मूल्य आधारित ज्ञान के लिए नवीन प्रथाओं के आधार पर सीखने की प्रक्रिया को प्रोत्साहित करना अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
के.जे. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, के संचालक विनोद जादव का कहना है कि “हम किसी सपने को जादू की छड़ी घुमाकर पूरा नहीं कर सकते न ही सपना जादू के माध्यम से वास्तविकता में बदल जाता है, बल्कि इसे पूरा करने के लिए पसीना, दृढ़ संकल्प और कठोर परिश्रम की जरुरत होती है।” ऐसे मेहनती इंसान से मिलने और शिक्षा से जुड़े अपने संदेह को ख़त्म करने के लिए आज शाम 5 बजे जरुर जुडिए नवभारत के साथ।