पाकिस्तान के बाद अब बांग्लादेश में भी हिंदू मंदिरों पर हमला

    Loading

    यह अत्यंत चिंता का विषय है कि पाकिस्तान के बाद अब बांग्लादेश में भी जिहादी या कट्टरपंथी ताकतें हिंदू धर्मावलंबियों और उनके मंदिरों को निशाना बना रही हैं. कश्मीर से बांग्लादेश तक हिंदुओं पर जानलेवा हमले हो रहे हैं. बांग्लादेश के ये उन्मादी तत्व भूल गए कि उनके देश को पाकिस्तान के अत्याचारों से भारत ने ही आजादी दिलाई थी. जब तत्कालीन पूर्व पाकिस्तान में बांग्लादेशियों का कत्लेआम किया जा रहा था और हजारों महिलाओं की इज्जत लूटी जा रही थी तब भारत ने ही पाकिस्तानी फौज को हराकर बांग्लादेश को मुक्त करवाया था.

     बांग्लादेश में बेगम खालिदा जिया के सत्तारूढ़ रहते कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा मिला था लेकिन अब शेख मुजीब की बेटी शेख हसीना के पीएम रहते हिंदओं की हत्या और मंदिरों की तोड़फोड़ की घटनाएं होना अत्यंत दुखद है. दुर्गापूजा के मौके पर कोमिल्ला, हाजीगंज, बासखली, फेनी और काक्सबाजार के पेकुआ में दुर्गा पूजा पंडालों और मंदिरों में तोड़फोड़ की गई और मूर्तियों को क्षति पहुंचाई गई. वहां भड़के दंगों में 3 लोग मारे गए.

    उल्लेखनीय है कि जब अयोध्या में बाबरी ढांचा ढहा था तब बांग्लादेश में 50 से ज्यादा मंदिर तोड़े गए थे व प्रतिमाओं को क्षति पहुंचाई गई थी. इस तरह का उन्माद अत्यंत निंदनीय है. बांग्लादेश में पूजा पंडालों में हुई तोड़फोड़ पर बंगाल की टीएमसी सरकार ने केंद्र सरकार से दखल देने को कहा है व मांग की है कि हिंदुओं के जान-माल की हिफाजत की जानी चाहिए. यह ठीक हुआ कि बांग्लादेश सरकार ने स्थिति को बेकाबू होता देखकर 22 जिलों में रैपिड एक्शन बटालियन, एंटी टेररिज्म यूनिट और अर्ध सैनिक बल को हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया है.

    गृह मंत्रालय ने अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने के आदेश भी दिए हैं. इस तरह की घटनाएं लोगों में खौफ पैदा करती हैं. अतिवादी लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए और हर कीमत पर शांति व सौहार्द्र सनिश्चित किया जाना जरूरी है.