Virat Kohli left the captaincy, now what will happen to his huge earnings

अब वे अपना 100 वां टेस्ट मैच सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में खेलेंगे.

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    दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज गंवाने के बाद 33 वर्षीय विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी इसके पहले वे एक दिवसीय व टी-20 क्रिकेट टीम का कप्तान पद छोड़ चुके थे. कोहली भारत के सर्वोत्तम कप्तान होने पर भी उनके नेतृत्व में भारत को विश्वकप या आईसीसी के किसी भी टूर्नामेंट में विजेता पद नहीं मिल पाया. ऐसा लगता है कि बीसीसीआई उन्हें कप्तान पद से हटाए, इसके पहले कोहली ने खुद ही सचिन तेंदुलकर वाला रास्ता चुन लिया.

    अब वे अपना 100 वां टेस्ट मैच सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में खेलेंगे. विराट आक्रामक तेवरवाले कप्तान रहे. जो भारत को नंबर वन रैंकिंग तक ले गए थे. उन्होंने कुल 68 टेस्ट मैचों की कप्तानी की जिनमें से 40 में जीत हासिल की, 17 में हार हुई और 11 मैच अनिर्णीत रहे. अब कप्तान न रहने से उनकी कमाई और एंडोर्समेंट का क्या होगा यह भी एक प्रश्न है. कोहली का योगदान कम नहीं रहा. 2018 में उन्होंने इतिहास रचा जब 3 वर्षों के भीतर 1,000 रन बनानेवाले एकमात्र कप्तान बने.

    टेस्ट मैचों में 7 बार उन्होंने डबल सेंचुरी बनाई. टेस्ट मैचों में कप्तान रहते हुए उन्होंने 20 शतक बनाए. इस मामले में केवल ग्राहम स्मिथ (25 शतक) उनसे आगे हैं. फिलहाल आईसीसी बल्लेबाजी रैंकिंग में विराट कोहली 9वें स्थान पर उतर आए हैं जबकि रोहित शर्मा 5वीं पोजीशन पर हैं. माना जा रहा है कि अब रोहित शर्मा और केएल राहुल में से किसी को टेस्ट टीम की कप्तानी दी जा सकती है. 2014 में धोनी की जगह विराट को कप्तानी दी गई थी.

    कोहली के आक्रामक अंदाज आस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों जैसे थे. टेस्ट की कप्तानी छोड़ते हुए उन्होंने कहा कि मैंने 7 वर्ष की मेहनत और संघर्ष से टीम को सही दिशा में ले जाने की कोशिश की. अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया और कोई कसर नहीं छोड़ी. मैने हमेशा अपना 120 प्रतिशत दिया है. हर चीज को कहीं न कहीं रुकना होता है. मेरे लिए भारत की टेस्ट कप्तानी छोड़ने का यही सही वक्त है.