nishanebaaz Renaming of cities, Lucknow can be made Laxmanpur

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, सोशल मीडिया पर चर्चा है कि यूपी की राजधानी और नवाबों के शहर लखनऊ का नाम बदला जाने वाला है. जब प्रधानमंत्री मोदी यूपी दौरे पर गए तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया था कि शेषावतार भगवान श्रीलक्ष्मण की पवित्र नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत और अभिवादन! अब लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर करने की मांग की जा रही है. यह मांग बीजेपी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र ने की. इस पर आपकी क्या राय है?’’

    हमने कहा, ‘‘बीजेपी बदलाव लाने वाली पार्टी है. शहर की सूरत न भी बदले लेकिन नाम बदलकर रख देती है. उसने फैजाबाद को अयोध्या, इलाहाबाद को प्रयागराज, मुगलसराय को दीनदयाल नाम देकर व्यापक जन आकांक्षा के अनुरूप कदम उठाया. अब लखनऊ भी लक्ष्मणपुरी बनते देर नहीं लगेगी. फिर लोग भजन गाएंगे- ‘घर आए लक्ष्मण-राम, पुरी में आनंद भयो.’ जिस प्रकार जगन्नाथपुरी और द्वारकापुरी हैं, वैसे ही लक्ष्मणपुरी भी बन जाएगी.’’

    पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, लखनऊ नाम में भी लखन शब्द है. आपने राम-लखन फिल्म का गीत सुना होगा- मेरा नाम है लखन, सजनों का सजन! रामचरित मानस में भी हनुमान की युद्धकला की प्रशंसा करते हुए राम अपने छोटे भाई लक्ष्मण से कहते हैं- देखो-देखो लखन लरनी हनुमान की, घोड़े से घोड़े मारे, हाथी सो हाथी संहारे. इसका अर्थ है कि हनुमान शत्रु सेना के घोड़े को दूसरे घोड़े पर और एक हाथी को उठाकर दूसरे हाथी पर पटककर मार डालते हैं. इसके अलावा यूपी के अवधी बोलने वाले ग्रामीण लक्ष्मण को लछिमन कहने में आसानी अनुभव करते हैं.

    आपने सुंदरकांड की पंक्ति सुनी होगी- यह मत लछिमन के मन भावा. नाम बदले जाने पर ऐसे लोग लखनऊ को लछिमनपुरी बोलेंगे. इसलिए लखनऊ नाम ही सही है, उसमें बदलाव की जरूरत नहीं है. इसके अलावा राम के पुत्रों लव ने लाहौर और कुश ने कश्मीर बसाया था, इसलिए वहां के नाम भी लवपुरी तथा कुशप्रदेश रखे जा सकते हैं. बीजेपी के लिए कुछ भी असंभव नहीं है.’’