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    • दो लोग बह गए, एक मिला एक की खोज जारी

    बुलढाना. जिले में सोमवार की रात से झमाझम बारिश हो रही है. बारिश से पैनगंगा नदी में बाढ़ आने से येलगांव बांध में जल संग्रहण बढ़ा है. मंगलवार की सुबह राज्य महामार्ग पर बुलढाना और चिखली के बीच यातायात जाम हो गया है. इससे यात्रियों और मालवाहकों को परेशानी हुई. तीनों हाईवे पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक जाम रहा. बाढ़ में दो व्यक्ति बह गए हैं जिसमें से एक व्यक्ति मिल गया है, जबकि एक की तलाश की जा रही है. भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है.

    बुलढाना शहर समेत क्षेत्र के 10 गांवों की प्यास बुझाने वाले येलगांव बांध ओवरफ्लो होकर बांध के गेट खोल दिए गए हैं. इसके चलते चिखली रोड पर मंगलवार की सुबह से ही ट्रैफिक जाम है. पुल से पानी बहने के कारण यातायात ठप हो गया है. खामगांव तहसील के कदमापुर में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत होने का समाचार मिला है. 

    बाढ़ में बहे दो में से एक व्यक्ति मिला

    बुलढाना तहसील के पैनगंगा नदी में आई बाढ़ के कारण नांद्राकोली निवासी राहुल चौधरी (27) और भगवान गोरे (55) यह दोनों दुपहिया से घर की ओर जाते समय नाले में बाढ़ होने के कारण बह गए. बह गए व्यक्तियों की जिला प्राशासन द्वारा खोज शुरू की गयी. राहुल चौधरी की मोटरसाइकिल नदी पात्रा के पास एक झाड़ी में मिली.

    मंगलवार की सुबह जब आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर तलाशी अभियान चला रही थी तो राहुल चौधरी झाड़ी में मिले. उसे अस्पताल ले जाया गया. राहुल चौधरी ने बताया कि उनकी मोटरसाइकिल पर भगवान गोरे बैठे थे. बीच रास्ते में ही वह उतर गए थे. बाद में क्या हुआ यह उसे नहीं पता. जिससे प्रशासन द्वारा भगवान गोर की तलाश जारी है.

    छह सिंचाई प्रकल्पों का जल संग्रह शत प्रतिशत 

    जिले में बड़े और मध्यम दस सिंचाई प्रकल्प हैं. दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण छह सिंचाई प्रकल्पों में शत-प्रतिशत जल संग्रह हुआ हैं. शेष चार सिंचाई प्रकल्पों में 75 प्रश सिंचाई भंडारण क्षमता है. जिले में ज्ञानगंगा, कोरोडी, पलढग, मन, तोरणा, उतावली यह छह सिंचाई प्रकल्प शत प्रतिशत लबालब हुए हैं. ज्ञानगंगा (75.50 प्रश), खड़कपूर्णा (90.36 प्रश), पेनटाकली (75.85 प्रश) तथा मस सिंचाई प्रकल्प (67.74 प्रश) भर गया आहे. 

    खड़कपूर्णा प्रकल्प के 19 गेट तीसरी बार खोले गए 

    जिले के देउलगांव मही क्षेत्र में बारी बारिश हो रही है. जिससे प्रकल्पों में जलस्तर बढ़ गया है. नदी, नालों में बाढ़ आ गई है. साथ ही जिले के सबसे बड़े संत चोखासागर (खड़कपूर्णा) प्रकल्प का जल संग्रहण तेजी से बढ़ रहा है. मंगलवार की सुबह 5 बजे के लगभग इस प्रकल्प के 19 घुमावदार गेट 0.50 सेमी तक खोले गए हैं. इसमें से 37940.07 क्यू.से. पानी छोड़ा जा रहा है. खड़कपूर्णा प्रकल्प के यह गेट तीसरी बार खोले गए हैं. पानी की आवक को देखते हुए आगे निर्णय लिया जाएगा, यह जानकारी खड़कपूर्णा प्रकल्प के बाढ़ नियंत्रण कक्ष की ओर से दी गयी है.