Joe Root
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    लंदन. इंग्लैंड (England) के पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) ने लॉर्ड्स में न्यूजीलैंड (New Zealand) के खिलाफ पहले टेस्ट मैच (First Test Match) में इतिहास रच दिया है। वे रविवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (International Cricket) में 17,000 रन पूरे करने वाले पहले और टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) में 10,000 रन पूरे करने वाले दूसरे इंग्लिश खिलाड़ी बन गए हैं। जबकि, 14वें ओवरऑल खिलाड़ी बन गए हैं। इसी के साथ रुट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ शानदार शतक जड़कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह उनके टेस्ट करियर का 26वां टेस्ट शतक है और उन्होंने वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज सर गारफील्ड सोबर्स की बराबरी कर ली।

    इससे पहले, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक (Alastair Cook) ने 10,000 रन या उससे अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने 161 टेस्ट में 45.35 की औसत से 12,472 रन बनाए हैं। जिसमें 33 शतक और 57 अर्धशतक शामिल हैं। ख़ास बात यह है कि रूट और कुक ने ठीक 31 साल और 157 दिन की समान उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन के आंकड़े को छुआ।

    इतिहास रचने के बाद जो रूट उन खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 10,000 या उससे अधिक रन बनाए हैं। इस सूची में पहला नाम मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का है। जिन्होंने 15,921 रन बनाए हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान रिकी पोंटिंग ने 13,378 रन, साउथ अफ्रीका के जैक्स कैलिस ने 13,289 रन, भारत की दीवार कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ ने 13,288 रन और इंग्लैंड के ओपनर बल्लेबाज एलेस्टेयर कुक ने 12,472 रन बनाए हैं।

    मैच की बात करें तो रूट के शतक और बेन फोक्स के साथ उनकी अटूट शतकीय साझेदारी से इंग्लैंड ने पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन न्यूजीलैंड को पांच विकेट से हरा दिया। रूट ने नाबाद 115 रन की पारी खेली। उन्होंने फोक्स (नाबाद 32) के साथ छठे विकेट के लिए उस समय 120 रन की अटूट साझेदारी की जब टीम 277 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 159 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद संकट में थी। किसी टेस्ट की चौथी पारी में यह रूट का पहला शतक है। रूट ने 170 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके जड़े जबकि फोक्स ने 92 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके मारे। 

    इंग्लैंड ने दिन की शुरुआत पांच विकेट पर 216 रन से की। उसे 61 रन की और दरकार थी जबकि उसके पांच विकेट शेष थे। सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए थे और मैदान पर दूधिया रोशनी की गई थी। हालात बल्लेबाजी के अनुकूल नहीं थे और ऐसे में रूट और फोक्स ने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की। रूट ने नाबाद 77 रन से पारी को आगे बढ़ाया जबकि फोक्स ने एक छोर पर टिके रहने को तरजीह दी। बाउंड्री लगाना आसान नहीं था और ऐसे में रूट ने स्ट्राइक रोटेट की। लक्ष्य जब 30 रन से कम रह गया तो उन्होंने टिम साउथी पर चौका जड़ा।

    रूट ने काइल जैमीसन पर सीधे चौके के साथ 90 रन के निजी स्कोर को पार किया। इसके बाद वह भाग्यशाली रहे जब जेमीसन की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर चार रन के लिए चली गई। न्यूजीलैंड को करिश्मे के लिए दूसरी नई गेंद की जरूरत थी लेकिन रूट ने इसकी नौबत नहीं आने दी। पारी के 77वें ओवर में रूट 98 रन बनाकर खेल रहे थे जबकि उनके टेस्ट करियर की रन संख्या 9,998 थी। उन्होंने साउथी पर मिड विकेट पर दो रन के साथ शतक और 10 हजार टेस्ट रन पूरे किए। रूट ने इसके बाद 79वें ओवर में साउथी पर तीन चौकों के साथ इंग्लैंड को जीत दिला दी। (एजेंसी इनपुट के साथ)