Ranji Trophy is backbone of Indian cricket, ignoring it will make it spineless: Ravi Shastri

बैठक में बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे।

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    नयी दिल्ली, पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने शुक्रवार को कहा कि रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) की उपेक्षा करने पर भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) ‘रीढहीन’ हो जायेगा। शास्त्री ने यह बयान रणजी ट्रॉफी अगले महीने से दो चरण में कराने की बीसीसीआई की घोषणा से कुछ समय पहले ही दिया। रणजी ट्रॉफी 13 जनवरी से खेली जानी थी लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दिया गया था।

    शास्त्री ने ट्वीट किया ,‘‘ रणजी ट्रॉफी भारतीय क्रिकेट की रीढ है । इसकी उपेक्षा करने पर आप रीढहीन हो जायेंगे।” शास्त्री के ट्वीट के एक घंटे बाद ही बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एक बयान में टूर्नामेंट के दो चरण में आयोजन की पुष्टि की।

    शाह ने एक बयान में कहा ,‘‘ बोर्ड ने रणजी ट्रॉफी का आयोजन दो चरण में करने का फैसला किया है । पहले चरण में लीग स्तर के मैच होंगे और नॉकआउट जून में खेले जायेंगे।” समझा जाता है कि 38 टीमों का टूर्नामेंट फरवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू होकर एक महीने तक चलेगा। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने बृहस्पतिवार को बोर्ड की बैठक के बाद कहा था कि बोर्ड दो चरण में रणजी ट्रॉफी का आयोजन कर सकता है। इसकी वजह यह है कि 27 मार्च से आईपीएल शुरू हो रहा है और ऐसे में एक बार में रणजी ट्रॉफी करा पाना संभव नहीं है।

    बैठक में बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह भी मौजूद थे। बोर्ड की योजना रणजी टृॉफी का पहला सत्र फरवरी से मार्च और दूसरा सत्र जून जुलाई में कराने की है। महामारी के कारण पिछले सत्र में बीसीसीआई पुरूषों के सिर्फ दो सीमित ओवरों के टूर्नामेंट (विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी) करा पाया था।” बीसीसीआई ने पिछले सत्र में रणजी ट्रॉफी नहीं होने पर सभी प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों को मैच फीस का 50 फीसदी भुगतान किया था। (एजेंसी)