Court's decision on Gyanvapi case will prove to be a milestone mohan yadav

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उज्जैन: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने बुधवार को कहा कि ज्ञानवापी मामले (Gyanvapi Case) में वाराणसी की अदालत का फैसला मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं के लिए भावनात्मक रूप से एक महत्वपूर्ण दिन है। 

वाराणसी जिला न्यायालय ने एक पुजारी के परिवार को ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में हिंदू देवी-देवताओं की पूजा के अधिकार को मंजूरी प्रदान की है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण किया था। 

यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”यह खुशी का मौका है। ज्ञानवापी मामले में वाराणसी की अदालत का आदेश मील का पत्थर साबित होगा। हिंदू धर्म के लिए वाराणसी से बेहतर कोई दूसरी जगह नहीं हो सकती। हिंदू समुदाय के लिए आज (बुधवार) एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है।” उन्होंने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की तथ्यात्मक रिपोर्ट में सभी साक्ष्यों को सूचीबद्ध कर लिया गया है। 

उल्लेखनीय है कि आज ही इससे पहले वारसी कि जिला अदालत ने हिन्दू पक्ष को ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में हिंदू देवी-देवताओं की पूजा के अधिकार को मंजूरी दे दी है। जिला न्यायाधीश ने अपने आदेश में जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि वादी शैलेन्द्र व्यास तथा काशी विश्वनाथ ट्रस्ट द्वारा तय किये गए पुजारी से व्यास जी के तहखाने में स्थित मूर्तियों की पूजा और राग भोग कराए जाने की व्यवस्था सात दिन के भीतर कराएं।  हिन्दू पक्ष के वकील ने बताया कि पूजा कराने का कार्य काशी विश्वनाथ ट्रस्ट करेगा।