SIDHI
Pic: Social Media/Twitter

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सीधी: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में सामने आए पेशाब प्रकरण के मामले (Sidhi Urinating Case) में एक ब्राह्मण संगठन (Brahmin Organization) ने सोमवार को आरोपी के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की धारा हटाने और इस घटना की न्यायिक जांच की मांग की। घटना के मुताबिक, सीधी जिले में ब्राह्मण समुदाय के एक सदस्य ने एक आदिवासी युवक पर कथित तौर पर पेशाब कर दिया था।

अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज (एबीबीएस) ने आरोपी प्रवेश शुक्ला के माता-पिता का घर तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार से माफी मांगने, उसे फिर से बनाने के लिए मुआवजा देने और आरोपी के खिलाफ रासुका की धारा हटाने की भी मांग की है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा था कि शुक्ला के पिता के घर का एक अवैध हिस्सा पिछले हफ्ते ढहा दिया गया है।

पेशाब करने की घटना के आरोपी को वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने मांगें पूरी नहीं होने पर देश भर में, खासकर मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन शुरू करने की धमकी दी है। संगठन के सदस्यों ने सीधी जिला कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया और पेशाब करने की घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हुए जिला मजिस्ट्रेट को एक ज्ञापन सौंपा।

एबीबीएस की सीधी इकाई के अध्यक्ष राकेश दुबे ने सोमवार को पीटीआई-भाषा को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आरोपियों के माता-पिता से उनका घर तोड़ने के लिए माफी मांगनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को आरोपी प्रवेश शुक्ला के माता-पिता को अपना घर दोबारा बनाने के लिए 10 लाख रुपये देना चाहिए। मुख्यमंत्री चौहान ने पिछले बृहस्पतिवार को इस घटना पर दुख व्यक्त करने के लिए पीड़ित आदिवासी युवक के पैर धोए और उससे माफी मांगी थी।(एजेंसी )