भोपाल: नर्मदापुरम-भोपाल रेल रूट पर मिले इंजीनियर छात्र निशांक राठौड़ के मिले मृत देह मामलों की जांच एसआईटी को सौंपने का ऐलान कर दिया है। इस बात की जानकारी मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को दी।
गृहमंत्री ने कहा, “आज निशांक राठौर के मोबाइल की जांच भी की गई। मोबाइल में जो मैसेज परिवार को किया है वो मैसेज घटना के पहले का मैसेज है। इसे भी जांच में लिया गया है। आज हिन्दू जागरण मंच, मां भवानी संगठन, राष्ट्रभक्त युवा मंच के साथ ही कई संत महात्मा व मंदिर व झांकी समितियों के प्रतिनिधि मंडल मुझसे मिलने आए थे। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी। इस मामले में एसआईटी गठित कर जांच करने के निर्देश दिए जाएंगे।” उन्होंने कहा कि, “मृतक की कमर के ऊपर चोट के निशान नहीं है। रेल कटिंग की ही बात पीएम की रिपोर्ट में सामने आई है।”
ट्रेन के काटने से हुई मौत
निशांक की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसमें उसकी मौत ट्रेन के काटने से बात की गई है। रिपोर्ट की मानें तो मृतक के शरीर में चोट के निशान नहीं है। इसके बाद पुलिस इसे ट्रेन से कटने हुई मौत मान रही है।
पिता को पुलिस जांच में संदेह
पुलिस द्वारा की जा रही पुलिस जांच पर पिता उमाशंकर राठोड ने सवाल उठाया है। उनका कहना है कि उन्हें अंतिम समय किया गया मैसेज किसने और क्यों किया? पुलिस ने अब तक इसे जांच में क्यों नहीं लिया। जिस समय मैसेज किया गया, वो भी बेटे की मौत के समय के आसपास का ही है। उनके बेटे ने कभी भी उनसे इस तरह तनाव में रहने की बात नहीं कही। आखिरी बार उसने बताया था कि वह दीदी से मिलने जा रहा है।