
बुलढाणा: समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samruddhi Mahamarg) के उस स्थान पर लोगों की भीड़ जुटाने और दुर्घटनाएं रोकने के लिए ‘महामृत्युंजय यंत्र’ (Mahamrityunjaya Yantra) स्थापित करने के आरोप में एक व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जहां बस में आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
एक अंधविश्वास विरोधी समूह ‘अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति’ के हामिद दाभोलकर ने इस पर आपत्ति जताई थी और पुलिस कार्रवाई की मांग की थी। एक जुलाई को महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक निजी बस में आग लगने से 25 लोगों की जलकर मौत हो गई थी।
पुलिस के अनुसार, 23 जुलाई को बुलढाणा निवासी नीलेश आधव ने एक्सप्रेस-वे पर पिंपलखुटा के सिंदखेडराजा क्षेत्र में दुर्घटना स्थल पर कुछ लोगों को इकट्ठा कर ‘महामृत्युंजय यंत्र’ स्थापित कर ‘महामृत्युंजय मंत्र का जाप’ किया था। पुलिस ने बताया कि आधव ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि ‘महामृत्युंजय यंत्र’ के कारण पांच किलोमीटर के दायरे में कोई दुर्घटना नहीं होगी और लोगों को गुमराह किया।
बुलढाणा पुलिस ने सोमवार को आधव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और अब मामले की जांच कर रही है। एक अधिकारी ने पहले बताया था कि महाराष्ट्र में समृद्धि एक्सप्रेसवे पर पिछले छह महीनों में सड़क दुर्घटनाओं में 80 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।(एजेंसी)