पेट्रोल, डीजल के दामों में आए दिन वृद्धि को लेकर- लोगों में नाराजी, आम आदमी की जेब हो रही है खाली

Loading

  • प्रस्तुत है अकोला के व्यापारियों के विचार

अकोला. पेट्रोल तथा डीजल के दामों में आए दिन वृद्धि हो रही है. अकोला में पेट्रोल के दाम रू. 90.33 तथा डीजल के दाम 79.33 हो गए हैं. इस तरह इन बढ़ते हुए दामों के कारण लोग काफी हैरान परेशान हैं. दुपहिया वाहन चलानेवाले आम लोग भी अब दिन प्रतिदिन बढ़ते पेट्रोल के दामों को लेकर काफी चिंतित देखे जा रहे हैं. डीजल के बढ़ते दामों के कारण व्यापार क्षेत्र भी अब प्रभावित हो रहा है. प्रस्तुत है अकोला के व्यवसायियों के विचार.

रमाकांत खेतान

व्यापारी नेता तथा अकोला होलसेल किराना मर्चंट एसो. के अध्यक्ष रमाकांत खेतान का कहना है कि केंद्र सरकार जान बूझकर पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ा रही है. जिसके कारण विशेष रूप से मध्यम वर्गीय लोगों की जेब खाली हो रही है. डीजल के दाम आए दिन बढ़ने के कारण ट्रान्सपोर्ट और व्यापारिक क्षेत्र भी प्रभावित होने लगा है. जिसका बोझ व्यापारियों के साथ साथ आम लोगों पर भी पड़ रहा है. केंद्र सरकार ने इन बढ़ते दामों पर रोक लगानी चाहिए. 

नवीन कृपलानी

स्थानीय चार्टेड अकाउटेंट नवीन कृपलानी का कहना है कि पेट्रोल और डीजल दोनों पर केंद्र और राज्य सरकार के भारी टैक्स लगाए जाते हैं, यदि दोनों सरकारें यह टैक्स थोड़ा कम कर दें तो सामान्य लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है. यह बात सही है कि दाम काफी बढ़ गए हैं. 

योगेश अग्रवाल

अकोला होटल एसो. के अध्यक्ष योगेश अग्रवाल का कहना है कि पेट्रोल तथा डीजल के आए दिन बढ़ते दामों के कारण होटल व्यवसाय भी प्रभावित हो रहा है. पेट्रोल के दाम बढ़ने के कारण आम लोगों को अपना दुपहिया वाहन चलाना भी अब मुश्किल लगने लगा है. डीजल के दाम बढ़ने से व्यापारिक क्षेत्र तथा ट्रान्सपोर्ट भी अब काफी प्रभावित हो रहा है. होटल व्यवसाय के साथ साथ आम लोग भी अब परेशान देखे जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने इस ओर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए. 

विजय जानी

स्थानीय गौरक्षण संस्था के सचिव तथा व्यवसायी विजय जानी का कहना है कि एक समय था जब एक रुपये भी अगर पेट्रोल के दाम बढ़ते थे तो पूरे देश में हलचल मच जाती थी. आज ऐसी परिस्थिति है कि पेट्रोल के दाम 100 रू. के करीब पहुंच रहे हैं और लोग बेचारे चुप बैठे हुए हैं. केंद्र सरकार को आम लोगों की तकलीफ की कोई चिंता नहीं है. केंद्र सरकार ने इस ओर ध्यान देते हुए पेट्रोल और डीजल के दामों पर रोक लगानी चाहिए. 

शैलेश खरोटे

स्थानीय खरोटे ज्वेलर्स के संचालक शैलेश खरोटे का कहना है कि पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ने से व्यापारिक क्षेत्र के साथ साथ सर्वाधिक तकलीफ सामान्य लोगों को हो रही है. केंद्र सरकार सामान्य लोगों की तकलीफ की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है. केंद्र सरकार का काम है कि इस ओर तुरंत ध्यान देना चाहिए और इन बढ़ते दामों पर तुरंत रोक लगानी चाहिए. 

रवि धानुका

स्थानीय रियल स्टेट व्यवसायी रवि धानुका का कहना है कि पेट्रोल और डीजल के दाम इतने बढ़ गए हैं कि इससे सभी क्षेत्र प्रभावित हो रहे हैं. सबसे बड़ा बोझा सामान्य वर्ग पर पड़ रहा है. अब लोग स्कूटर आदि भी चलाने में सोचने लगे हैं क्योंकि पेट्रोल के दाम बढ़ने के कारण आम लोगों का मासिक बजट प्रभावित हो रहा है. केंद्र सरकार ने अब पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों पर रोक लगानी चाहिए.